गोली लगने के बाद भी पीछा किया लोकल रैंक के एएसआई मलकीत सिंह, भिक्खीविंड में तैनात होम-गार्ड जवान रणजीत सिंह सहित सोमवार को गाँव फूला में मोटरसाइकिल चोरी की शिकायत संबंधी जांच करने गए थे। वापस आते समय उन्होंने दो संदिग्ध व्यक्तियों को एक मोटरसाइकिल पर आते हुए देखा और उनको पूछताछ के लिए रोका। पूछताछ के दौरान एक संदिग्ध रशपाल सिंह उर्फ दोला निवासी भूचड़कलाँ जिला तरनतारन ने भागने की कोशिश की। रशपाल सिंह ने एएसआई मलकीत सिंह पर चार गोलियाँ चलाईं और एक गोली उसके दाहिनी टांग में लगी और वह गंभीर रूप में जख्मी हो गया। गंभीर रूप से जख्मी होने के बावजूद एएसआई मलकीत सिंह ने पीएचजी रणजीत सिंह की मदद के साथ संदिग्ध को काबू किया और सेमी-ऑटोमैटिक पिस्तौल छीन ली।
सिपाही के रूप में भर्ती हुए थे मलकीत सिंह
एएसआई मलकीत सिंह साल 1994 में पंजाब पुलिस में बतौर कांस्टेबल भर्ती हुआ था और उसकी अच्छे सेवा रिकार्ड के चलते 27 फरवरी, 2020 को एएसआई का लोकल रैंक दिया गया था। डीजीपी ने बताया कि इस मामले में मुकमा नंबर 159 तारीख 24 अगस्त 2020 को आईपीसी की धारा 307, 332, 333, 353, 186, 34 25,27 आर्म्स एक्ट के अंतर्गत दर्ज किया गया है।
हथियार बरामद डीजीपी दिनकर गुप्ता ने बताया कि रशपाल सिंह का एक साथी मौके से फरार होने में सफल हो गया। रशपाल सिंह ससे एक देसी सेमी-ऑटोमैटिक पिस्तौल, 2 मैगजीन, 6 जिदा कारतूस और पीबी10-जीजेड-6673 नंबर वाला एक बुलेट मोटरसाइकिल बरामद हुई है। उसके फरार साथी की खोज के लिए कार्यवाही जारी है।
तीन जिलों में आठ रिपोर्ट दर्ज
डीजीपी का कहना है कि रशपाल के आतंकवादियों के साथ भी सम्बन्ध थे और वह कई मामलों में वांछित था। उक्त दोषी के विरुद्ध एनडीपीएस और हथियार ऐक्ट की अलग-अलग धाराओं के अंतर्गत अमृतसर, तरनतारन और मोहाली में 8 एफआईआर दर्ज हैं। डीजीपी ने कहा कि पिछले समय के दौरान रशपाल से कई हथियार और बड़ी मात्रा में नशीले पदार्थ भी बरामद किये गए थे।