भटिंडाPublished: Dec 30, 2019 05:43:07 pm
Devkumar Singodiya
वीडियो में कथित तौर पर रंधावा मुख्यमंत्री कैप्टेन अमरिंदर सिंह की तुलना सिख पंथ के संस्थापक गुरूनानक देव से कर रहे है।
बठिंड़ा/चंडीगढ़. पंजाब सरकार में सहकारिता और जेल मंत्री सुखजिंदर सिंह रंधावा जहां गैंगस्टर जग्गू भगवानपुरिया के साथ संबंधों के अकाली दल नेताओं के आरोपों से हाल में विवाद में फंसे नजर आए थे, वहीं अब सोशल मीडिया पर वायरल हुए एक वीडियो को लेकर उनके खिलाफ आरोप लगाए जा रहे है।
अकाली दल और भाजपा ने इस वीडियो के मामले में उच्च स्तरीय जांच कराने और रंधावा को मंत्री पद से बर्खास्त करने की मांग की है। उधर, रंधावा ने इस वीडियों से अपना कोई संबंध होने से साफ इनकार किया है। उन्होंने कहा कि इस वीडियो को दिखाने वाले समाचार चैनल पर कानूनी कार्रवाई की तैयारी की जा रही है। सोशल मीडिया पर वायरल करने के लिए साइबर क्राइम का मुकदमा दर्ज कराया जाएगा।
दरअसल वीडियो में कथित तौर पर रंधावा सीएम कै. अमरिंदर सिंह की तुलना सिख पंथ के संस्थापक गुरुनानक देव से कर रहे हैं। रंधावा के आलोचक इस वीडियो की न केवल निंदा कर रहे है बल्कि उच्च स्तरीय जांच की मांग कर रहे है। अकाली दल के प्रवक्ता चरणजीत सिंह ने कहा है कि हम इस वीडियो में रंधावा द्वारा सीएम कै. अमरिंदर सिंह की तुलना प्रथम गुरु से किए जाने की निंदा करते है। उन्होंने कहा कि अकाल तख्त से भी इस मामले में जांच कर रंधावा के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है।
इस बीच भाजपा के राष्ट्रीय सचिव तरूण चुघ ने भी मांग की है कि रंधावा को मंत्री पद से बर्खास्त किया जाए। उन्होंने बताया कि राज्यपाल को पत्र भेजकर रंधावा को बर्खास्त करने की मांग की है। चुघ ने बयान में कहा कि रंधावा का यह अपराध क्षमा योग्य नहीं है। उन्हें बर्खास्त करने के साथ-साथ मुकदमा दर्ज कर गिरफ्तार किया जाए।
इधर, रंधावा ने वीडियो के बारे में मीडिया को सफाई दी है। उन्होंने कहा कि वे प्रथम गुरू के प्रति इस तरह की बात नहीं कह सकते है। उस वीडियो में उनके साथ जिस शख्स को दिखाया गया है उससे वे वर्ष 2018 से मिले ही नहीं है। उन्होंने कहा कि एक समाचार चैनल ने इस वीडियो पर आधारित रिपोर्ट दिखाई है तो चैनल को भी कानूनी नोटिस दिया जा रहा है। इसके अलावा सोशल मीडिया पर वीडियो को वायरल करने के मामले में साइबर क्राइम का मामला दर्ज कराने की तैयारी की जा रही है।