घटना के बारे में उस समय पता चला जब पनियाली कलां का रहने वाला एक शिष्य जगदीश लाल की 10 मई को महायोगेश्वर से फोन पर बातचीत हुई। वह रविवार को मक्का की रोटी और साग लेकर डेरे में पहुंचा। डेरे में बदबू आ रही थी। जब भीतर पहुंचा तो पाया कि कमरे का सारा सामान बिखरा हुआ था। संत का शव गल चुका था। जगदीश लाल ने ही पुलिस को सूचित किया।
क्या कहा पुलिस ने मौके पर पहुंचे थाना काठगढ़ के एसएचओ परमिदर राय ने रूपनगर से फारेंसिक टीम को बुलाया। टीम ने सारे सबूत एकत्रित किए व शव को कब्जे में लेकर काठगढ़ सिविल अस्पताल पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। एसएचओ के अनुसार मामला हत्या का लगता है लेकिन पोस्टमार्टम की रिपोर्टआने के बाद ही स्पष्ट पता चल सकेगा। संत का शव गल चुका था और यह कत्ल कुछ दिन पहले हुआ है। दरवाजे की तोड़फोड़ से यह लुटेरों का काम लगता है। संत अबदूत महायोगेश्वर महाराज के भाई दिनेश कुमार निवासी रूपनगर को बुलाया। उसके बयान के आधार पर मामला दर्ज किया।
हिन्दू संतों की हत्या पर आक्रोश घटना की सूचना मिलते ही गौ रक्षा दल व हिदू जागृति मंच के अध्यक्ष निकसन कुमार सहित शिवसेना बाल ठाकरे के प्रदेश उपाध्यक्ष अश्वनी कुमार शर्मा मौके पर पहुंचे। नेताओं ने कहा कि देश में हिदुओं और हिदू संतों की हत्या के मामले लगातार बढ़ते जा रहे हैं जोकि चिंतनीय है। उन्होंने बताया कि दिवंगत महात्मा योगेश्वर महाराज उन्होंने कहा कि देश में बढ़ रही संतों की हत्या किसी बड़े पर षड्यंत्र की तैयारी लगती है।