कलेक्टर से किए शिकायत
कलेक्टर जनदर्शन में बिजली से संबंधित 2 प्रकरण आए थे। जिसमें से एक मामला नंदनी नगर का था, जिसमें आवेदक विद्युत विभाग की लापरवाही का मामला लेकर कलेक्टर के सामने पहुंचे। आवेदक ने बताया कि उसके और उसके पड़ोसी के घर के छत के ऊपर से विद्युत विभाग ने 11 केव्ही के बिजली का तार खिंचा है। इसे हटाने के लिए आवेदक के द्वारा कई बार आवेदन भी लगाया जा चुका है। विभाग ने इस पर उचित कार्यवाही नहीं की है। कई बार खराब मौसम आंधी तूफान की स्थिति में विद्युत तार टुटने की स्थिति भी निर्मित हुई है। ऐसी स्थिति में जान-माल का खतरा भी बना रहता है। इसलिए आवेदक ने निजी खर्च पर विद्युत विभाग से सहमति प्रदर्शित कर बिजली लाईन हटाने के लिए आवेदन भी किया। जिसके लिए उसने 1 लाख तीन हजार की राशि का भी भुगतान किया। जिस पर वर्तमान तक कोई उचित कार्यवाही नहीं की गई है। इसी तरह से दूसरा मामला सुभाष नगर का था जिसमें आवेदक ने बताया कि उसके मकान के ठीक किनारे लगे हुए विद्युत पोल से जाने वाले तार के कनेक्शन उसके घर के छत के ऊपर से जा रहे हैं। कलेक्टर ने दोनों मामलों का संज्ञान लिया और विद्युत विभाग के संबंधित अधिकारी को शीघ्र मामले का निराकरण करने के लिए पत्र दिया है।
शिफ्ट करने की है जरूरत
नंदइया पारा, मिनी माता नगर समेत अन्य मोहल्ले से होकर गुजरने वाली हाइटेंशन लाइन का एक पोल दूसरे पोल से काफी दूर है। जिसकी वजह से एचटी लाइन के तार बीच में नीचे आते जा रहे हैं। बारिश के दिनों में घरों के करीब एचटी लाइन होने से बड़ा हादसा हो सकता है। इससे बचने के लिए अगर बिजली पोल को उपर करते हैं तो खतरा कम होगा, पर बना रहेगा। बेहतर होगा कि इसे दूसरे जगह शिफ्ट कर दिया जाए। इस संबंध में 2018 के पहले प्रपोजल गया हुआ है, जिस पर अमलीजामा पहनाना शेष है।
एचटी लाइन के नीचे से जा रहे हर दिन लोग
नंदइया पारा में जिस छत पर मासूम साइकिल की चैन पकड़कर खेलते हुए चढ़ा, उस छत में एचटी लाइन इतने हाइट पर है कि छोटे से बालक के हाथ में मौजूद चैन हाथ घुमाते ही उस तार पर जाकर लगी। इसके बाद उस बालक की हालत करंट लगने से इतनी खराब हो गई कि उसे चिकित्सक भी बचा नहीं सके। घर में रहने वाले सदस्य इस छत के बाउंड्रीवाल में कपड़ा सुखाने जाते थे, उनका कहना है कि एचटी लाइन के नीचे से झुककर वे बाउंड्रीवाल में कपड़ा अब तक सुखा रहे थे। इस बात से बेखबर थे कि यह लाइन साधारण नहीं एचटी लाइन है।
टूट रहे झोपड़े, मोर जमीन मोर घर हो रहे तैयार
हथखोज जाने वाली सड़क और नंदिनी रोड के बीच दशकों से यह दोनों एचटी लाइन दौड़ रही है। इसके नीचे सैकड़ों झोपड़ी उस वक्त से बनी हुई है। अब बड़ी संख्या में लोग छत्तीसगढ़ सरकार की मोर जमीन मोर घर व प्रधानमंत्री योजना के तहत झोपड़ों को तोड़ मकान बनाना शुरू किए हैं। पक्का मकान बनाने के बाद छत में पहुंचते ही एचटी लाइन से उनका सामना हो रहा है, जो जमीन से महज 15 से 20 फीट उपर से गुजर रही है।