कोरोना पॉजिटव का कहना है कि वह मुंबई के धारधोपुर में बिजली की दुकान संचालित करता है। यहां पर उसका ससुराल है। परिवार वाले भी यहीं रहते हैं। वह हर दूसरे माह कारोबार के सिलसिले में दुर्ग-भिलाई आता है। कैंप-2 शारदा पारा में उसका अपना मकान भी है। फरवरी में उसका पूरा परिवार मुंबई गया हुआ था।
टैलीफोनिक चर्चा में मरीज का कहना है कि मुंबई से लौटते समय गोदियां निवासी अपने भतीजे को भी साथ लाया था। यहां पर डॉक्टरों की सलाह पर वह अपने साले के खाली पड़े कोचिंग सेंटर में रह रहा था। खाना ससुराल से आता था। होम क्वारंटाइन में भतीजा भी था।
पीडि़त जिस स्थान पर रूका था उस क्षेत्र को कंटेनमेंट जोन घोषित किया कर सील किया गया है। वहां सर्वे कराया जाएगा। संभावित होने पर उनका सैंपल लिया जाएगा। साथ ही उन्हें क्वारंटाइन सेंटर भेजा जाएगा। स्वास्थ्य विभाग के काउंसलिंग में यह बात सामने आई कि कोराना संक्रमित परिवार के 6 सदस्यों के साथ संपर्क में आया है। स्वास्थ्य विभाग के सदस्यों ने प्राइमरी कॉन्टेक्ट में आने वाले सभी सदस्यों को सेक्टर 4 क्वारंटाइन सेंटर में भर्ती करा दिया है।
सीएचएमओ डॉ. गंभीर सिंह ठाकुर ने बताया कि भिलाई-तीन चरोदा सीमा में 24 परगना बंगाल जा रहे श्रमिक की मौत हो गई थी। डेड बॉडी से लिए सैंपल का रिपोर्ट पॉजिटिव आने पर दो डॉक्टर समेत लैब टेक्नोलॉजिस्ट का सैंपल लेकर जांच के लिए भेजा गया था। सैंपल में एक डॉक्टर का जांच रिपोर्ट पहले आ चुका था। एक अन्य डॉक्टर व लैब टेक्नोलॉजिस्ट का रिपोर्ट निगेटिव आया है। मृतक के चार साथियों का रिपोर्ट आना शेष है।