दिनेश ने पुलिस के बताया कि डंडे के वार से माथे पर चोट लगने के कारण कुछ देर के लिए उसे कुछ समझ नहीं आया। करीब २ मिनट बाद उसे समझ आया कि उसके साथ लूट की वारदात हुई है। बाइक सवारों को मालवीय नगर चौक की ओर भागते देखा। दिनेश ने बताया कि युवक जैकेट पहने हुए थे। चेहरा भी ढंका हुआ था। चारो आरोपी हाईस्पीड बाइक में थे।
दिनेश ने पुलिस को बताया कि ने घटना स्थल पर अंधेरा था। मौसम खराब होने की वजह से वह सामान्य स्पीड में एक्टिवा चला रहा था। उसे यह भी नहीं मालूम कि बाइक सवार युवक रैकी करते पहले से वहां पर मौजूद थे या फिर अचानक उस पर हमला किया। रात में इस रोड पर आवाजाही भी कम हो जाती है।
क्राइम ब्रांच के अधिकारियों ने घटना स्थल का निरीक्षण किया। वरिष्ठ अधिकारी रात दो बजे तक आरोपियों के हुलिया के बारे में दिनेश से पूछताछ करते रहे। आधी रात के बाद कुछ स्थानों पर नाके बंदी भी की गई, लेकिन पुलिस के हाथ कुछ नहीं लगा। पुलिस यह पता नहीं लगा पाई है कि आरोपी स्थानीय है या किसी गिरोह के सदस्य है। पुलिस का कहना है कि दिनेश वारदात के २० मिनट बाद सीधे पद्मनाभपुर पुलिस चौकी पहुंचा। जहां प्रारंभिक पूछताछ के बाद कंट्रोल रुम व क्राइम ब्रांच के अधिकारियों को सूचना दी गई। पुलिस अधिकारियों का कहना है कि दिनेश के बयान से प्रथम दृष्टया लूट की वारदात सही लग रहा है। घटना की सत्यता जानने कई सवाल किया गया, लेकिन उसके बयान में परिर्वतन नहीं आया। घटना को लेकर वह काफी भयभीत था।
@Patrika. 14 अगस्त को दोपहर में तीन बाइक सवार युवकों ने नगर पालिक निगम कार्यालय से१०० मीटर दूर ईरानी डेरा-लक्ष्मीबाई चौक मार्ग पर बाइक सवार नीजि कंपनी के कलेक्शन एजेंट पर फायर कर ४.५० लाख रुपए लूटा था।तीनों एक ही बाइक पर सवार थे। इस घटना में शांति नगर भिलाई निवासी निजी कंपनी का कलेक्शन एजेंट अश्वनी बिसोई (३०) घायल हो गया था। गोली उसके बाए हाथ के भुजा में लगी थी। घटना स्थल का निरीक्षण करने पहुंचे एसएसपी डॉ. संजीव शुक्ला ने तत्कालीन सीएसपी (आइपीएस) के नेतृत्व में तीन अनुभवी अधिकारियों की टीम गठित की थी, लेकिन चार माह बाद बाद भी पुलिस आरोपियों तक नहीं पहुंच पाई।