जेईई एडवांस के जरिए पहली बार आइआइटी में ईडब्लूएस कैटेगिरी के बच्चों को एडमिशन दिया जाएगा। इसमें करीब 33०० सौ छात्रों को प्रवेश मिलेगा। वहीं यह पहली बार हुआ है कि कट ऑफ माक्र्स घोषित नहीं किए गए। छात्रों का केवल रैंक घोषित किया गया। स्कोर भी नहीं बताया गया। देश की 23 आइआइटी में करीब 11 हजार युवाओं को प्रवेश मिलेगा। जिसमें 10 हजार रैंक तक के छात्रों को शामिल किया जाएगा।
जेईई एडवांस में शहर के टॉप 3 टॉपर्स न सिर्फ एक ही स्कूल के हैं बल्कि एक ही क्लास और एक ही कॉलोनी के हैं। इनका कहना है कि खुद पर कॉन्फिडेंस और अच्छी गाइडेंस के जरिए ही वे सफल हो पाए। उन्होंने कहा कि एनसीईआरटी की किताबें और लगातार 6 से 8 घंटे की पढ़ाई ने उन्हें सफलता दिलाई।
स्टेट टॉपर थामस जेकब रिजल्ट आने के बाद कुछ उदास सा था क्योंकि उसे उम्मीद थी कि उसका रैंक 100 के अंदर ही आएगा, लेकिन ऐसा नहीं हुआ। पर जब दोस्तों के बीच वह पहुंचा तो उसका चेहरा खिल उठा। पिता जेकब टी सिजॉय और मां मंजू ने भी बेटे को समझाया और उसका हौसला बढ़ाया। थामस ने बताया कि उसकी रैंक के मुताबिक उसे आइआइटी खड़कपुर में एडमिशन मिलेगा। वह कंप्यूटर साइंस से इंजीनियरिंग करना चाहता है।