एसएसपी ने तत्काल दुर्ग सीएसपी जितेन्द्र यादव को निर्देश दिए। टीम गठित कर बिना देरी किए मौके पर दबिश दी। बंधक हिमांशु मिश्रा को पुलिस ने अपने कब्जे में लिया। इसके बाद पुलिस ने 4 करोड़ का सट्टा और क्रिकेट खाईवाल हाथ लगे। पुलिस ने 12 सटोरियों को गिरफ्तार कर लिया। आरोपी मेडिकल प्रोडक्ट कंपनी की आड़ में लम्बे समय से क्रिकेट सट्टा का कारोबार कर रहे थे। 10 लोगों को जॉब भी दिया था। भिलाई नगर सेक्टर-6 कंट्रोल रुम में बुधवार को मामले का खुलासा करते हुए एसएसपी बीएन मीणा ने पूरी घटना की जानकारी दी।
आरोपी इंटरनेशनल कॉलोनी तालपुरी बंगला-99 निवासी मैनाक दत्ता (38 वर्ष), धरमपुरा नेगीगुड़ा जगदलपुर निवासी गोविंद कुलु (29 वर्ष), दुर्ग अंडा के जावेद अंसारी (22 वर्ष), केलाबाड़ी अयाज खान (24 वर्ष), मोहम्मद हाबिश (22 वर्ष), संकल्प सिंह (30 वर्ष), बिहार के भानु कुमार कुशवाहा (22 वर्ष) व नीरज कुमार कुशवाहा (28 वर्ष), प्रगतिनगर स्ट्रीट 20 रिसाली के अनुराग मिश्रा (31 वर्ष), सेक्टर-4, सड़क-5 के श्रवण सिंग (32 वर्ष), नागपुर लोकेश सुरेश सुबड़े (30 वर्ष) और उत्तर प्रदेश प्रतापगढ़ निकेत त्रिपाठी (37 वर्ष)।
एसएसपी ने बताया कि अरुण मिश्रा की शिकायत पर भिलाई नगर थाने में जुर्म दर्ज किया गया। पुलिस ने आरोपियों के कब्जे से 35 मोबाइल, 2 लैपटॉप, 1 कम्प्यूटर सेट, वाई-फाई, राउटर, अलग-अलग 12 बैंकों के पासबुक व एटीएम कार्ड सहित 4 करोड़ से अधिक का ऑनलाइन लेनदेन के हिसाब को जब्त किया है। उन्होंने बाताया कि यह जिले का अब तक का सबसे बड़ा सट्टा गिरोह हो सकता है। इसके तार बड़े-बड़े शहरों से जुड़े हैं। इसके लिए आरोपियों से पूछताछ कर रही है। इसके साथ ही पुलिस उन 12 बैंक अकाउंट की छानबीन भी कर रही है, जिसमें आरोपियों ने अब तक 4 करोड़ से अधिक का लेन-देन किया है।
एएसपी संजय ध्रुव ने बताया कि बैंक पासबुक और दस्तावेज जब्त किया है उससे पता चलता है कि इन आरोपियों के तार दूसरे राज्यों से जुड़े हैं। इन लोगों ने उत्तर प्रदेश, बिहार, जगदलपुर समेत छत्तीसगढ़ के युवकों को ऑनलाइन सट्टे के कारोबार में शामिल कर कई करोड़ का लेनदेन किया है।