शासन-प्रशासन द्वारा पूरे प्रदेश में जल स्त्रोत संवर्धन और जल संरक्षण के लिए अभियान चलाया जा रहा है। लोगों को पौधे रोपकर पर्यावरण संतुलन बनाने में योगदान की अपील की जा रही है वहीं लगभग दो दशक से छत्तीसगढ़ सरकार के चार नगरीय निकाय पेयजल का बकाया करोड़ों रुपए जमा ही नहीं किया है।
छत्तीसगढ़ के चार नगरीय निकाय 20 साल से शासन को लगा रहे करोड़ों का चूना
बालोद@Patrika. शासन-प्रशासन द्वारा पूरे प्रदेश में जल स्त्रोत संवर्धन और जल संरक्षण के लिए अभियान चलाया जा रहा है। लोगों को पौधे रोपकर पर्यावरण संतुलन बनाने में योगदान की अपील की जा रही है वहीं लगभग दो दशक से छत्तीसगढ़ सरकार के चार नगरीय निकाय (4 urban bodies of CG) पेयजल का बकाया करोड़ों रुपए जमा ही नहीं किया है। इस ओर शासन-प्रशासन का ध्यान नहीं जा रहा है। (Water tax) अब मजबूरी में जल संसाधन विभाग (Department of Water Resources) को वसूली के लिए नोटिस करना पड़ा है। चार जिलों की जीवनदायिनी तांदुला जलाशय (Tadula Reservoir Balod) का करोड़ों रुपए का बकाया जलकर राशि जमा नहीं करने पर सिचाई विभाग ने तीन नगर निगम और एक नगर पालिका को नोटिस जारी किया है। (Balod patrika) विभाग ने इन निकायों को बकाया जल कर की राशि जमा नहीं करने पर पेयजल सप्लाई रोकने की कड़ी चेतावनी भी दी है।
तांदुला जलाशय का कुल 28 करोड़ 65 लाख रुपए जलकर बकाया जानकारी के मुताबिक नगर पालिका बालोद सहित दुर्ग, भिलाई और राजनांदगाव नगर पालिक निगम ने सिचाई विभाग को 20 से 25 साल से पेयजल का शुल्क जमा नहीं किया है। इन तीन निगम और एक पालिका को मिलाकर तांदुला जलाशय का कुल 28 करोड़ 65 लाख रुपए जलकर बकाया है। आज तक जलकर जमा नहीं किया गया है।
नगर निगम दुर्ग नगर पालिक निगम दुर्ग ने सन 1998 से जून 2019 तक जलकर की राशि जमा नहीं की है। इस नगर निगम को बालोद जिला बनने से पहले ही नोटिस पे नोटिस दिया जा रहा है, लेकिन जलकर पटाने में कोई पहल नहीं की। दुर्ग निगम का बकाया जलकर कुल 9 करोड़ 26 लाख रुपए है।
नगर पालिक निगम भिलाई नगर पालिक निगम भिलाई का सन 2007 से जून 2019 तक जलकर बकाया है। निगम भिलाई से सिचाई विभाग को 18 करोड़ 27 लाख रुपए वसूल किया जाना है।
राजनांदगांव नगर निगम राजनांदगांव नगर पालिक निगम को भी बीते 2 साल से सिंचाई विभाग को जलकर नहीं दिया है। जानकारी के मुताबिक राजनांदगांव नगर निगम 2017 से जून 2019 तक जलकर एक करोड़ 4 लाख रुपए बकाया है।
नगर पालिका बालोद नगर पालिका बालोद द्वारा 2005 से जून 2019 तक जलकर जमा नहीं किया है। बालोद नगर पालिका को 14 साल का जलकर 8 लाख 23 हजार रुपए सिचाई विभाग में जमा करना है। कई बार नोटिस जारी होने के बाद भी जलकर जमा नहीं किया गया है।
सस्ते दाम पर खरीद रहे पानी, नगरवासी पी रहे है 180 रुपए महीना सिंचाई विभाग की मानें तो जलाशय से इन निकायों को सस्ते दाम पर पेयजल की सप्लाई की जाती है। वहीं नगरीय निकाय नागरिकों से एक महीने का पेयजल शुल्क 180 रुपए वसूलता है। सिचाई विभाग का कहना है कि जब लोगों से जलकर की वसूली नियमित की जाती है तो राशि नियमानुसार जमा क्यों नहीं की जाती है?
नगरीय निकाय के डिमांड पर छोड़ा जाता है पानी जल संसाधन विभाग के ईई एसके टीकम ने बताया कि नगर निगम द्वारा पानी मांगने पर जलाशय से पानी छोड़ा जाता है। इसके एवज में निर्धारित शुल्क अदा करना होता है। उक्त नगरीय निकायों ने लंबे समय से जलकर की राशि जमा नहीं की है। इसलिए वसूली के लिए नोटिस जारी किया गया है। सिचाई विभाग को बालोद, दुर्ग, भिलाई और राजनांदगांव निकाय से 28 करोड़ 65 लाख रुपए बकाया वसूल किया जाना है।