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50,000 बोनस मिले भिलाई इस्पात संयंत्र कर्मियों को

locationभिलाईPublished: Aug 11, 2022 06:54:23 pm

Submitted by:

Abdul Salam

12,500 करोड़ का प्रॉफिट,

50,000 बोनस मिले  भिलाई इस्पात संयंत्र कर्मियों को

50,000 बोनस मिले भिलाई इस्पात संयंत्र कर्मियों को

भिलाई. भिलाई इस्पात संयंत्र कर्मियों को इस साल बोनस (एक्सग्रेसिया) के तौर पर 50,000 रुपए दिया जाए। यह मांग श्रमिक संगठन कर रहे हैं। इसके पीछे उनका तर्क यह है कि स्टील अथॉरिटी ऑफ इंडिया लिमिटेड (सेल) को पिछले वित्त वर्ष में 12,500 करोड़ रुपए का मुनाफा हुआ था। तब कर्मियों को उनके बेहतर परफॉर्मेंस के आधार पर बोनस दिया जाना चाहिए। वहीं प्रबंधन सेल परफॉर्मेंस इंसेंटिव स्कीम (एसपीआईएस) के तहत एक्सग्रेसिया का कर्मियों को भुगतान करती है। स्कीम के मुताबिक कर्मचारियों को पिछले वित्त वर्ष के साथ-साथ चालू वित्त वर्ष के प्रदर्शन के आधार पर बोनस दिया जाता है।

प्रदर्शन के आधार पर दी जाती है एक मुश्त राशि
सेल परफारमेंस इंसेंटिव स्कीम में चालू वित्त वर्ष के प्रदर्शन के मुताबिक कर्मियों को एकमुश्त रकम दी जाती है। इस स्कीम के तहत 30 फीसदी हिस्सा प्रॉफिट का होता है व 7० फीसदी एबीपी के टारगेट को अचीव करने पर मिलने वाली राशि होती है। कर्मियों को जो टारगेट दिया जाता है, उसको वह पूरा करता है तब उसे 70 फीसदी और उस प्रोडक्ट के बिक्री पर होने वाली प्रॉफिट पर शेष 30 फीसदी एक्सग्रेसिया दिया जाता है।

घट रही है कर्मियों की संख्या
कर्मियों की संख्या सेल में घट रही है। जिसको देखते हुए श्रमिक नेता चाहते हैं कि बोनस की राशि को बढ़ा दिया जाए। कम कर्मियों से अधिक काम लिया जा रहा है, लेकिन बोनस देने के वक्त फिर प्रबंधन घाटे का रोना लेकर बैठ जाता है। महंगाई जिस तरह से बढ़ रही है, ऐसे में साल में एक बार बोनस देते वक्त प्रबंधन कर्मियों का मनोबल बढ़ाने का काम करे।

पिछले साल मिला था 21,000 रुपए
भिलाई इस्पात संयंत्र कर्मियों को पिछले साल एक्सग्रेसिया के तौर पर 21,000 रुपए दिया गया था। संयंत्र कर्मचारी यूनियन चुनाव के बाद खासे उत्साहित है। वे चाहते हैं कि इस साल बोनस अधिक से अधिक दिया जाए। उम्मीद की जा रही है कि अगस्त 2022 के आखिर या सितंबर 2022 के पहले सप्ताह में बोनस को लेकर नेशनल ज्वाइंट कमेटी फॉर स्टील (एनजेसीएस) की बैठक बुलाई जाएगी। कयास लगाया जा रहा है कि एक बैठक में ही बोनस पर फैसला हो जाएगा।

पहले तय किया जाए फॉर्मूला
बीएसपी वर्कर्स यूनियन के अध्यक्ष उज्जवल दत्ता ने बताया कि पिछले साल जब संयंत्र कर्मियों को बोनस दिया गया था, तब प्रबंधन ने आश्वस्त किया था कि आने वाले साल से बोनस को देने का फॉर्मूला निर्धारित कर लिया जाएगा। अत: इस साल प्रबंधन सबसे पहले बोनस वितरण का फॉर्मूला पहले निर्धारित करे। जिससे कर्मियों को जानकारी हो सके कि उन्हे किस नियम या फार्मूला के अनुसार बोनस दिया जा रहा है।

पिछले बार से अधिक मिले बोनस
चिन्ना केशवलू, कार्यकारी अध्यक्ष, बीएमएस, बीएसपी ने बताया कि सेल का प्रॉफिट और कॢमयों का परफॉर्मेंस बेहतर रहा है। इस वजह से पिछले बार से अधिक बोनस कर्मियों को मिलना चाहिए।

50 हजार दिया जाए बोनस
एसके बघेल, महासचिव, इंटक, बीएसपी ने बताया कि सेल का पिछले वित्त वर्ष में प्रॉफिट 12,500 करोड़ रहा है। जिसको देखते हुए सेल के कर्मियों को 50 हजार बोनस दिया जाए।

सेल कर्मियों को दिया जाए 60 हजार बोनस
विनोद सोनी, महासचिव, एटक, बीएसपी ने बताया कि सेल कर्मियों को 60 हजार बोनस दिया जाए। पहले से कर्मियों की संख्या कम हो गई है। इसके साथ-साथ काम का दबाव बढ़ा है।

फार्मूला बदलने की जरूरत
प्रमोद मिश्रा, महासचिव, एचएमएस, बीएसपी ने बताया कि बोनस को लेकर सेल ने जो फार्मूला तय किया है, उसे बदलने की जरूरत है। जिससे कर्मियों ने मैन पॉवर कम होने के बाद भी जो बेहतर परफॉर्मेंस पेश किया है, उसका लाभ मिल सके।

50 हजार दिया जाए बोनस
राजेश अग्रवाल, महासचिव, इस्पात श्रमिक मंच, बीएसपी ने बताया कि सेल प्रबंधन कर्मियों को कम से कम 50 हजार रुपए बतौर एक्सग्रेसिया दे। प्रबंधन कर्मियों की मेहनत की वजह से प्रॉफिट में रहा है।

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