राजनांदगांव जिले में कोरोना के छह नए मामले शुक्रवार को सामने आए हैं। राजनांदगांव शहर के दो और ग्रामीण क्षेत्र ठाकुरटोला के साथ ही अब तक कोरोना से अछूता रहे छुईखदान के अलावा चौकी और छुरिया ब्लॉक में 1-1 कोरोना पॉजिटिव मिले हैं। चौकी में मिला मरीज मुंबई से लौटा है जबकि छुरिया के मरीज की कोई ट्रैवल हिस्ट्री नहीं है। करीब 10 दिन पहले सर्दी, बुखार होने पर वह यहां मेडिकल कालेज अस्पताल आया था। उस समय उसका सैंपल लिया गया था। अब इस व्यक्ति में किसी तरह के लक्षण नहीं हैं। बाकी मरीजों की ट्रैवल हिस्ट्री तलाशी जा रही है।
शुक्रवार को मिले छह मरीजों को मिलाकर जिले में कुल 50 कोरोना मरीज हो गए हैं। दो ठीक होकर डिस्चार्ज हो गए हैं। बाकी एक्टिव 48 का इलाज मेडिकल कालेज अस्पताल में किया जा रहा है। इनके अलावा बालोद जिले के भी कुछ मरीज यहां मेडिकल कालेज अस्पताल में रखे गए हैं।
सर्दी और बुखार होने पर इलाज के लिए आए छुरिया के कोरोना पॉजिटिव युवक का सैंपल 10 दिन पहले लिया गया था। इलाज के बाद वह ठीक हो गया और उसे घर भेज दिया गया। अब उसकी रिपोर्ट पॉजिटिव आने के बाद उसे मेडिकल कॉलेज अस्पताल लाया गया है और उसके संपर्क में आए लोगों को लेकर पतासाजी की जा रही है। दो दिन पहले ही मेडिकल कॉलेज अस्पताल में बड़ी लापरवाही सामने आई थी। बुधवार देर रात को बिटाल के जिस मरीज की रिपोर्ट पॉजीटिव आई है, उसकी रिपोर्ट एम्स से आने से पहले ही उसे छुट्टी दे दी गई थी।
स्वास्थ्य विभाग के अनुसार छुरिया का युवक अस्पताल से लौटने के बाद घर पर ही रह रहा था। गांव में परिजनों के अलावा कुछ लोग उसके सीधे संपर्क में आए हैं। ऐसे में परिजनों सहित गांव के कुछ अन्य लोगों को भी सैंपल लिया जाएगा। फिलहाल युवक की रिपोर्ट पॉजीटिव आने के बाद गांव को कटेंनेमेंट एरिया घोषित करते हुए सील कर दिया गया है। संपर्क में आए लोगों की सूची तैयार की जा रही है।
राजनांदगांव के मेडिकल कॉलेज अस्पताल में कोविड यूनिट बनाया गया है लेकिन संदिग्धों को वहां न रखकर बसंतपुर अस्पताल में इलाज किया जा रहा है। अब बसंतपुर अस्पताल से इलाज कर जाने वालों के कोरोना पाजिटिव पाए जाने के बाद अस्पताल के डॉक्टर, स्टाफ नर्स, वार्ड ब्वाय से लेकर अन्य कर्मचारी भी सकते में हैं। यह गंभीर लापरवाही है।
सीएमएचओ डॉ. मिथलेश चौधरी ने कहा कि संक्रमित मरीजों को कोविड-19 अस्पताल में भर्ती कराया गया है। एक मुंबई से लौटा है जबकि एक की कोई ट्रैवल हिस्ट्री नहीं है। गांवों को सील करा दिया गया है।