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62 दिन बाद इंटक के हाथ आई मान्यता की पाती, भिलाई इस्पात संयंत्र के प्रतिनिधि यूनियन का मिला दर्जा

locationभिलाईPublished: Oct 15, 2019 01:23:00 pm

भिलाई इस्पात संयंत्र में मान्यता को लेकर चुनाव हुए 62 दिन पूरा हुआ। तब सोमवार को बीएसपी के कार्मिक विभाग ने इंटक के मान्यता का पत्र दिया.

62 दिन बाद इंटक के हाथ आई मान्यता की पाती, भिलाई इस्पात संयंत्र के प्रतिनिधि यूनियन का मिला दर्जा

62 दिन बाद इंटक के हाथ आई मान्यता की पाती, भिलाई इस्पात संयंत्र के प्रतिनिधि यूनियन का मिला दर्जा

भिलाई. भिलाई इस्पात संयंत्र में मान्यता को लेकर चुनाव हुए 62 दिन पूरा हुआ। तब सोमवार को बीएसपी के कार्मिक विभाग ने इंटक के मान्यता का पत्र दिया। इंटक के पदाधिकारियों के चेहरे इस पत्र को लेने के दौरान खिल गए। दो चुनाव में मिले शिकस्त के बाद वे मान्यता में लौटे हैं। भिलाई इस्पात संयंत्र में जब से आईडी एक्ट के तहत सदस्यता वेरिफिकेशन का चुनाव हो रहा है, तब से मान्यता को लेकर चुनाव जीतने वाली यूनियन को लंबा इंतजार करना पड़ रहा है। यह हाल पिछले तीन चुनाव में देखने को मिला। इस बार इंटक के हाथ मान्यता की पाती आने में करीब दो माह का समय लग गया।
बीएसपी की मान्यता प्राप्त यूनियन का दर्जा
बीएसपी में 2 अगस्त 2019 को यूनियन चुनाव हुआ था, जिसमें इंटक यूनियन 4447 वोट पाकर पहले नंबर पर रही। चुनाव के बाद चुनाव अधिकारी रीजनल लेबर कमिश्नर, सेंट्रल, ने अपनी रिपोर्ट केंद्रीय श्रम मंत्रालय को भेजा। वहां से इंटक यूनियन को मान्यता प्राप्त यूनियन का दर्जा देने का आदेश मिला। भिलाई प्रबंधन की ओर से महाप्रबंधक प्रभारी, कार्मिक, डीपी सतपथी ने स्टील इंपलाइज यूनियन, इंटक को बीएसपी में मान्यता प्राप्त यूनियन होने का पत्र सौंपा।
महासचिव को सौंपा मान्यता का पत्र
2 अगस्त 2019 को बीएसपी में यूनियन चुनाव हुआ था। जिसमें इंटक यूनियन 4447 वोट के साथ पहले स्थान पर रही। चुनाव के बाद चुनाव अधिकारी, रीजनल लेबर कमिश्नर, सेंट्रल, एसएच सैयद ने अपनी रिपोर्ट केंद्रीय श्रम मंत्रालय को भेजा। इसके बाद जरूरी प्रक्रिया के बाद वहां से इंटक को बीएसपी में मान्यता प्राप्त यूनियन का दर्जा देने का आदेश मिला। इसी आधार पर बीएसपी प्रबंधन ने सोमवार को इंटक को बीएसपी में मान्यता प्राप्त यूनियन होने का पत्र सौंपा। जिसे इंटक महासचिव एसके बघेल सहित शीर्ष पदाधिकारियों ने लिया।
10 अक्टूबर 2019 से दो साल तक रहेगी मान्यता
भारत सरकार के श्रम विभाग से मिले पत्र के आधार पर बीएसपी प्रबंधन ने 10 अक्टूबर 2019 को मान्यता का पत्र जारी किया। इस तरह से मान्यता मानते हुए अगले दो साल तक बीएसपी में इंटक यूनियन को मान्यता यूनियन का दर्जा हासिल रहेगा।
जल्द करेंगे कमेटियों का गठन
मान्यता का पत्र मिलने के बाद महासचिव ने कहा कि जल्द ही सभी संवैधानिक व अन्य जरूरी कमेटियों का गठन कर कर्मचारियों के हितों की रक्षा की जाएगी। उन्हें बेहतर सुविधाएं दिलाया जाएगा। साथ ही संयंत्र में हो रही दुर्घटना को रोकने की दिशा में ठोस कदम उठाया जाएगा। इस मौके पर महाप्रबंधक कार्मिक निशा सोनी, महाप्रबंधक कार्मिक शीजा मैथ्यू महाप्रबंधक कार्मिक कृष्णा साह, महाप्रबंधक आईआर एसके सोनी, उप महाप्रबंधक एच शेखर, प्रबंधक जगदीश प्रसाद, इंटक से महासचिव के अलावा एनएस बंछोर संतोष, किचलू, पूरन वर्मा, रमेश तिवारी, राजेंद्र पिल्ले, चंद्रशेखर सिंह, पीवी राव, संजय साहू, वंश बहादुर सिंह, तुरिंदर सिंह, सुनील खिचरिया, रवींद्र नाथ, एके विश्वास, शेखर शर्मा. वीके मजूमदार, राजशेखर, विपिन बिहारी मिश्रा, अनिमेष पसीने, संतोष साव, शिवशंकर सिंह, मदनलाल सिन्हा, रेशम राठौर मौजूद थे।
40 दिन बाद पहले चुनाव में मिली मान्यता
20 मई 2013 को सदस्यता वेरिफिकेशन को लेकर चुनाव हुआ, तब 40 दिन बाद १ जुलाई 2013 को मान्यता प्राप्त यूनियन का पत्र सीटू को प्रबंधन से मिला।
150 दिन बाद मिली मान्यता
20 जनवरी 2016 को बीएसपी में सदस्यता वेरिफिकेशन को लेकर चुनाव हुआ, 150 दिन बाद 21 जून 2016 को मान्यता संबंधित पत्र प्रबंधन ने सीटू को सौंपा।

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