ड्यूटी में तैनात कर्मियों का बयान सीएमएचओ दफ्तर में लिया गया। जहां कर्मियों ने बताया कि 16 जुलाई को एक साथ करीब तीन सौ लोग वैक्सीनेशन सेंटर में घुस गए थे। भीड़ अधिक होने का एक कारण निजी सीमेंट कंपनी के कर्मियों को बड़ी संख्या में आना था। इन सभी को बाहर निकाला गया। इसके बाद वैक्सीन लगाने का काम शुरू किया गया। टीका जब खत्म हो गया तब और निकालने के लिए कोल्ड बॉक्स को खोलने पर पता चला कि किसी ने 70 डोज वैक्सीन पार कर दिया है। इसके बाद हंगामा मचा और मामला थाने तक जा पहुंचा।
16,450 रुपए की वैक्सीन पार किया चोर ने
डॉ. रविंद्र वर्मा के कहने पर वार्ड ब्वाय राघवेंद्र कुमार कौशिक ने पुलिस में लिखित शिकायत की। आवेदन पत्र में बताया कि सात वायल वैक्सीन दोपहर 12 से 1 बजे के बीच किसी ने चोरी कर ली। जिसकी कीमत 16,450 रुपए है। टीकाकरण सेशन में ड्यूटी दो शिक्षक राजू लाल टंडन, गिरवरलाल साहू, दो डाटा ऑपरेटर अमित वर्मा, बसंत यादव, मितानिन अनंता सिदार, सी बघेल, आरएचओ एस ज्योति, कुमारी भारती स्टाफ नर्स, खिलेश्वर वार्ड ब्वाय काम कर रहे थे।
कर्मचारियों ने बताया कि बगल के कक्ष में रिजर्व में वैक्सीन कैरियर में सात वायल वैक्सीन था। दूसरे वैक्सीन कैरियर को उपयोग में लाया जा रहा था। रिजर्व में रखा हुआ सात वायल वैक्सीन दोपहर में अत्यधिक भीड़ होने की वजह से किसी ने पार कर दिया।
सीएमएचओ दुर्ग डॉ. गंभीर सिंह ठाकुर ने बताया कि वैक्सीन चोरी होने के मामले में टीम जांच कर प्रतिवेदन पेश कर चुकी है। वैक्सीनेशन सेंटर में तैनात कर्मियों से चोरी हुए टीके की रकम वसूली जाएगी। यह फैसला लेने के पीछे वजह यह है कि इस तरह की घटना फिर न हो।