भिलाई अंडा चौक, खुर्सीपार के वैक्सीनेशन सेंटर में रात 12 से सुबह 7 बजे के मध्य जिन्होंने पंजीयन करवाया था, उन 17 में से 16 ने पहुंचकर टीका लगवा लिया। इसके बाद पंजीयन नहीं होने से लोग परेशान होते रहे। इस दौरान पंजीयन से संबंधित जानकारी लेने कई लोग आ रहे थे। मौजूद कर्मी उनको पंजीयन करने का तरीका बता रहे थे। इस काम में ही पूरा समय बीत रहा था।
बुधवार को सुबह 7 बजे से बंद पोर्टल दोपहर बाद करीब 3.30 बजे के बाद खुला। तब स्वास्थ्यकर्मियों ने लोगों को फोन करके बुलाया गया। इसके बाद 10 वायल से यहां के करीब 106 लोगों को टीका लगाया गया। शाम हो गई थी, इस लिए दो वायल लेकर टीम को लौटना पड़ा। वर्ना और 22 लोगों को टीका लगाया जा सकता था।
पोर्टल में एरर की वजह से छावनी में बुधवार सुबह से दोपहर 3.30 बजे तक सिर्फ 9 हितग्राहियों को ही टीका लगाया जा सका। शाम तक यहां 44 डोज लगाया जा सका। इसी तरह से पावर हाउस बस स्टैंड में 18 हितग्राहियों को दोपहर तक टीका लगाया गया था, शाम तक 47 जा सका। हुडको में सुबह से सिर्फ 45 लाभार्थियों को ही टीका लगाया गया था। इसके बाद से पंजीयन बंद था, वहां शाम को फिर लोग आने लगे तो देर शाम तक वैक्सीनेशन जारी रहा। इस तरह से 121 लोगों को टीका लगाया गया।
हर सेंटर को 12 वायल दिया जा रहा है। वैक्सीनेटर 11-11 डोज हर वायल में लगा रहे हैं। अब मॉनिटरिंग करने वाले उनको फोन करके दस डोज लगाने के लिए ही कह रहे हैं। असल में राज्य सरकार हर डोज का पैसा दे रही है। विभाग में कुछ ऐसे जिम्मेदार भी मौजूद हैं, जो चाहते हैं कि सरकार का अधिक से अधिक पैसा वैक्सीन खरीदने में लगे। इस वजह से वे खास तौर पर वैक्सीनेटर को फोन करके दस डोज लगाने ही कह रहे हैं। चीफ मेडिकल हेल्थ ऑफिसर के अधीन यह काम किया जा रहा है। इसकी शिकायत एक वैक्सीनेटर ने की है।