एयर एंबुलेंस से ले जा रहे थे मद्रास रास्ते में तोड़ा दम
खुर्सीपार के एक बड़े ट्रांसपोर्टर को कोरोना हो गया था, उपचार के लिए रविवार को उन्हें एयर एंबुलेंस से मद्रास लेकर जा रहे थे। रास्ते में उन्होंने दम तोड़ दिया। वे 53 साल के थे।फ्रिजर से अधिक पहुंचे शव
शास्त्री अस्पताल, सुपेला के चीरघर में चार शव रखने की व्यवस्था है। शनिवार और रविवार के दरमियानी रात सीएम मेडिकल कालेज से तीन कोरोना संक्रमित शव को लाया गया। जिसमें से एक शव डिकंपोज था, शेष दो को फ्रीजर में रख दिए। इसके पहले से दो शव रखा हुआ था। इसके बाद एक सड़क दुर्घटना वाला शव पहुंचा तो उसे फ्रिजर में जगह नहीं होने की वजह से बाहर ही रखना पड़ा।
इस वजह से डिकंपोज हुआ शव
चंदूलाल मेडिकल कॉलेज, कचांदुर में फ्रीजर खराब हो गया था, जिसकी वजह से इसमें रखा एक महिला का शव डिकंपोज हो गया। रायपुर में रहने वाली महिला के शव को शनिवार और रविवार के दरमियानी रात लाल बहादुर शास्त्री शासकीय अस्पताल, सुपेला के चीरघर में लाकर रखे। रविवार की सुबह जब दूसरा शव लेने के लिए लोग पहुंचे, तो उन्होंने यहां फैल रही बदबू को लेकर यहां के केयर टेकर से विवाद शुरू कर दिया। केयर टेकर ने बताया कि भीतर में शव है जो डिकंपोज हो चुका है। उसकी बदबू है। वे माने नहीं तब उनको चीरघर के कमरे को खोलकर दिखाना पड़ा। उक्त महिला के शव से पानी टपक रहा था और बदबू फैल रही थी। तब जाकर वे शांत हुए और जो शव लेने आए थे, उसको लेकर लौटे। इस संबंध में चंदूलाल चंद्राकर मेडिकल कॉलेज के जिम्मेदारों ने बताया कि वहां का फ्रीजर खराब हो गया था जिसके कारण शव डिकंपोज हो गया है। फ्रीजर को बनवा दिए हैं। उक्त महिला के परिवार वाले बिलासपुर से आने वाले थे, लेकिन बाद में आने से इंकार कर दिए तो समाज के लोगों की मौजूदगी में निगम ने अंतिम संस्कार किया।
कोरोना नहीं था तब भी शव को रोका
जिला अस्पताल में एक व्यक्ति को शनिवार की सुबह लाकर दाखिल किए। दाखिल करने से पहले उसका कोरोना जांच किया गया। जिसमें उसे कोरोना नहीं था, यह साफ हो गया। तब ज्वाइंडिस का इलाज किया जा रहा था। रात में उसकी मौत हो गई। सुबह परिजन से कहा गया कि कोरोना जांच करने के बाद शव देंगे। परिजन हैरान थे कि एक दिन पहले ही जांच किए, फिर क्यों। इसके बाद भी जांच करने के बाद रिपोर्ट के नाम पर शव को शाम तक रोककर रखे थे। शाम 5.25 बजे शव दिए। इतनी शाम में लोग अंतिम संस्कार करने से गुरेज करते हैं। इस तरह से लोग परेशान हो रहे हैं।
20 से अधिक शव का अंतिम संस्कार
जिला के विभिन्न मुक्तिधाम में रविवार को भी 20 से अधिक शव का अंतिम संस्कार किया गया। बीएसपी के एक पूर्व अधिकारी, सतर्कता विभाग के एक कर्मचारी, टीएण्डडी के एक कर्मी, कोको वन के एक कर्मी की कोरोना से मौत हुई है। इधर दूसरी ओर रिसाली मुक्तिधाम में दूसरे गांव से कोरोना संक्रमित शव लाकर अंतिम संस्कार किए जाने का आसपास हिंद नगर व दूसरे नगर के लोग विरोध कर रहे हैं। यहां करीब के नगर में रहने वाले कह रहे हैं कि इससे धुंआ उनके मोहल्ले में आ रहा है और कोरोना फैलना तय है।