इस क्लॉज में घाटे पर रहने वाली कंपनियों के कर्मियों का वेतन समझौता नहीं हो सकता। कंपनी जब तक 3000 करोड़ का प्रॉफिट नहीं कमा लेती। यूनियन चाहती है कि अब तक जिस तरह से समय पर वेतन समझौता के लिए चर्चा शुरू हो जाती थी, वैसे ही चर्चा शुरू हो जाए। इसके बाद जल्द वेतन समझौता हो।
प्रदर्शन के दौरान वक्ताओं ने कहा कि कर्मियों को 31,200 रुपए की पेशन स्कीम लागू किया जाए। संयंत्र से रिटायर्ड होने वाले कर्मचारी पेंशन स्कीम नहीं होने की वजह से परेशान हो रहे हैं। इसे लागू करने में देरी की कोई वजह अब शेष नहीं है।
प्रबंधन से यूनियन ने मांग किया कि छुट्टी के नकदीकरण व रिटेंशन स्कीम को जल्द लागू किया जाए। यह कर्मियों के लिए राहत देने वाली स्कीम है। रिटायर्ड कर्मचारी को कुछ समय बीएसपी आवास में रहने देने में क्या दिक्कत है। बड़ी संख्या में लोग कब्जा कर बीएसपी मकानों में रह रहे हैं, उनको खाली करवाया जाए। बीएसपी कर्मियों को बाहर करने में पूरी ताकत लगाने से क्या लाभ।
महासचिव एसके बघेल ने बताया कि वेतन समझौता, पेंशन, रिटेंशन स्कीम व छुट्टी के नकदीकरण को लेकर सेल चेयरमैन के नाम बीएसपी के आईआर विभाग के उप प्रबंधक एमडी रेड्डी को ज्ञापन सौंपा है। इस मौके पर इंटक के पीजूषकर, आरसी अग्रवाल, संतोश किचलू, एनएस बंछोर, राजेंद्र पिल्ले, चंद्रशेखर सिंह, संजय साहू, वंश बहादुर सिंह, एके विश्वास, एके रंगारी, सच्चिदानंद पाण्डेय, रविंद्रनाथ, एसके खिचरिया, व्हीके मजूमदार, शेखर शर्मा, राजशेखर, विपिन बिहारी मिश्रा, धनेश प्रसाद, शिवशंकर सिंह, रेशम राठौर, सुरेश कुमार, बाल सिंह, रमाशंकर सिंह, सीपी वर्मा, विंसेंट परेरा, प्रवीण मर्डिकर, जानसन बारा, सुरेंद्र प्रसाद, रविशंकर प्रसाद, रोहित सिंह, गुरूदेव साहू, पीके बिश्वास, गोविंद राठौर, अरविंद सिंह, एसएस साहू, भावेंद्र चंद्राकर, अवेंद्र साहू, राधेश्याम यादव, ओपी सिंह, विजय विश्वकर्मा, अरविंद तिवारी, जीआर सुमन, सुदीप सेन गुप्ता, देवी दिन सिन्हा, शैलेंद्र कांत सक्सेना, केडी राव, प्रकाश साहू, एस कुमार मौजूद थे।