scriptएसीबी रेड: डोंगरगढ़ पटवारी राजकिशोर 10 हजार रिश्वत लेते रंगेहाथ पकड़ाया | #ACB Red: Dogargarh Patwari Raj Kishore caught 10 thousand bribe | Patrika News

एसीबी रेड: डोंगरगढ़ पटवारी राजकिशोर 10 हजार रिश्वत लेते रंगेहाथ पकड़ाया

locationभिलाईPublished: Jan 09, 2018 11:02:11 pm

जमीन की प्रमाणीकरण के लिएरिश्वत लेने के मामले में एसीबी की टीम ने डोंगरगढ़ के पटवारी को 10 हजार रुपए रिश्वत लेते रंगे हाथ पकड़ा है।

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राजनांदगांव/डोंगरगढ़. जमीन की प्रमाणीकरण के लिए पीडि़त से रिश्वत लेने के मामले में एसीबी (एन्टी करप्शन ब्यूरो) की टीम ने डोंगरगढ़ के पटवारी को 10 हजार रुपए रिश्वत लेते रंगे हाथ पकड़ा है। ब्यूरो की टीम पटवारी को गिरफ्तार कर न्यायालय में पेश करने अपने साथ ले गई है।
दो-दो हजार के पांच नोट देकर पटवारी के घर भेजा
एंटी करप्शन ब्यूरो की टीम ने पटवारी हल्का नंबर 15 में पदस्थ पटवारी राजकिशोर नरवरे द्वारा गोंदिया निवासी अनिल पिता शंकर सिंह राजपूत से जमीन का प्रमाणीकरण डेढ़ लाख रुपए की मांग की गई थी। प्रार्थी अनिल सिंह ने इसकी शिकायत एन्टी करप्शन ब्यूरो से की थी। शिकायत के बाद एसीबी की टीम अधिकारी डीएस परिहार के नेतृत्व में मंगलवार को रायपुर से डोंगरगढ़ पहुंची। इस दौरान पटवारी को दबोचने के लिए एसीबी की टीम ने जाल बिछाकर पीडि़त अनिल सिंह को पहली किस्त दो-दो हजार के पांच नोट देकर पटवारी के घर भेजा।
टेबल के उपर रखी डायरी में रुपए रखने कहा
पटवारी राज किशोर द्वारा टेबल के उपर रखी डायरी में रुपए रखने कहा। इस दौरान पीडि़त अनिल पटवारी के दूसरी मंजिल मकान से नीचे उतर गया। इस बीच एसीबी के अधिकारियों ने लगभग साढ़े दस बजे पटवारी के घर दबिश दी। डायरी के उपर रखे नोट को पटवारी की पत्नी कीचन में ले गई थी। टीम द्वारा पटवारी की पत्नी के हाथ का धुलाई कराया गया। इस दौरान उसके हाथ से लाल रंग निकला और डायरी की भी धुलाई कराई गई इसमें भी रंग निकला।
पटवारी व परिजन कर रहे थे विरोध
एसीबी टीम ने पटवारी के घर अनिल की जमीन के ओरिजनल रजिस्टी एव ऋण पुस्तिका को खंगाला लेकिन दस्तावेज घर में नहीं मिले। इसके बाद अधिकारी पटवारी राज किशोर को पूछताछ के लिए नए रेस्टहाउस ले गई। इस बीच वर्तमान में अछोली के पटवारी प्रकाश साहू से भी पूछताछ की गई। कार्रवाई जानकारी होने पर क्षेत्र के सभी पटवारी संगठित हो गए और रेस्टहाउस पहुंच कर में एसीबी की कार्रवाई का विरोध करते हुए तहसीलदार के नाम ज्ञापन सौंपे।
भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम 1988 के तहत कार्रवाई

इस बीच एसीबी के अधिकारी पटवारी को गिरफतार कर ले जा रहे थे। कुछ पटवारी समर्थक व परिजनों ने गाड़ी रोकने की कोशिश की। इस दौरान एसडीओपी एमएस चंद्रा, टीआई सनत सोनवानी, तहसीलदार प्रियंका देवांगन सहित नपाध्यक्ष तरूण हथेल स्थल पर पहुंचे और समझाईश के पश्चात एसीबी टीम पटवारी को साथ ले गई। एसीबी द्वारा पटवारी के खिलाफ धारा 7, 13, 1 डी, 13, 2 भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम 1988 के तहत कार्रवाई की जाएगी।
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