एंटी करप्शन ब्यूरो की टीम ने पटवारी हल्का नंबर 15 में पदस्थ पटवारी राजकिशोर नरवरे द्वारा गोंदिया निवासी अनिल पिता शंकर सिंह राजपूत से जमीन का प्रमाणीकरण डेढ़ लाख रुपए की मांग की गई थी। प्रार्थी अनिल सिंह ने इसकी शिकायत एन्टी करप्शन ब्यूरो से की थी। शिकायत के बाद एसीबी की टीम अधिकारी डीएस परिहार के नेतृत्व में मंगलवार को रायपुर से डोंगरगढ़ पहुंची। इस दौरान पटवारी को दबोचने के लिए एसीबी की टीम ने जाल बिछाकर पीडि़त अनिल सिंह को पहली किस्त दो-दो हजार के पांच नोट देकर पटवारी के घर भेजा।
पटवारी राज किशोर द्वारा टेबल के उपर रखी डायरी में रुपए रखने कहा। इस दौरान पीडि़त अनिल पटवारी के दूसरी मंजिल मकान से नीचे उतर गया। इस बीच एसीबी के अधिकारियों ने लगभग साढ़े दस बजे पटवारी के घर दबिश दी। डायरी के उपर रखे नोट को पटवारी की पत्नी कीचन में ले गई थी। टीम द्वारा पटवारी की पत्नी के हाथ का धुलाई कराया गया। इस दौरान उसके हाथ से लाल रंग निकला और डायरी की भी धुलाई कराई गई इसमें भी रंग निकला।
एसीबी टीम ने पटवारी के घर अनिल की जमीन के ओरिजनल रजिस्टी एव ऋण पुस्तिका को खंगाला लेकिन दस्तावेज घर में नहीं मिले। इसके बाद अधिकारी पटवारी राज किशोर को पूछताछ के लिए नए रेस्टहाउस ले गई। इस बीच वर्तमान में अछोली के पटवारी प्रकाश साहू से भी पूछताछ की गई। कार्रवाई जानकारी होने पर क्षेत्र के सभी पटवारी संगठित हो गए और रेस्टहाउस पहुंच कर में एसीबी की कार्रवाई का विरोध करते हुए तहसीलदार के नाम ज्ञापन सौंपे।