आक्रोशित प्रदर्शनकारियों ने कहा बीएसपी कर्मी की मौत नहीं हत्या
जांच कमेटी किया है गठित.

भिलाई. जवाहर लाल नेहरू चिकित्सालय एवं अनुसंधान केंद्र, सेक्टर-9 में सोमवार की सुबह 9 बजे से बड़ी संख्या में एसीटी ओसीटी एकत्र हो गए। वे अस्पताल प्रबंधन के खिलाफ जमकर नारे बाजी कर रहे थे। कर्मियों का कहना था कि उनके युवा साथी की मौत नहीं, उसकी हत्या हुई है। वे इस बात से नाराज थे कि अस्पताल आने के बाद कर्मचारी को जो परेशानी है उसकी पूरी जांच तक नहीं की जा रही है। डॉक्टर मरीज का ईसीजी करवाना जरूरी नहीं समझ रहे हैं।
होम आइसोलेशन में रहने कहा
भिलाई इस्पात संयंत्र कर्मचारी प्रदीप शर्मा (32 साल) शनिवार व रविवार के दरमियानी रात नाइट ड्यूटी किए। इसके बाद रविवार की सुबह उसकी तबीयत बिगड़ गई। दोस्त कुलदीप के साथ वे सेक्टर-9 अस्पताल पहुंचे। जहां केजुअल्टी में डॉक्टर ने उन्हें दवा देकर होम आइसोलेशन में रहते हुए आराम करने की सलाह दी। सोमवार को आकर कोविड-19 जांच कराने कहा।
खून की हुई उल्टी
दोपहर 2 बजे उसको फिर बेचैनी महसूस हुई तब दोस्तों ने एंबुलेंस बुलाकर उसे सेक्टर-9 अस्पताल लाया। जहां खून की उल्टी हुई यह देख डॉक्टर ने उसकी स्थिति को भांपते हुए आईसीयू दाखिल किया। एसीटी व ओसीटी यहां पहुंचे और जब अपने साथी की तबीयत के संबंध में पूछना शुरू किया तो कोई बता नहीं रहा था, काफी देर बाद डॉक्टर ने बताया कि उसकी मौत हो गई है।
इंचार्ज नहीं आए नीचे
सोमवार की सुबह प्रदर्शन के दौरान प्रदर्शनकारी चाहते थे कि सेक्टर-९ अस्पताल के इंचार्ज खुद नीचे आकर उनसे चर्चा करें। वे जब नीचे नहीं आए तब प्रदर्शनकारी उनके कक्ष की ओर बढ़ गए। बड़ी संख्या में एसीटी व ओसीटी अस्पताल के भीतर इंचार्ज के कक्ष तक पहुंचे। तब उनमें से 5 प्रतिनिधियों से इंचार्ज ने चर्चा किया। डिप्लोमा इंजीनियर्स की बातों को सुना। भरोसा दिलाया कि कोई भी डॉक्टर लापरवाही नहीं बरत रहे हैं।
जांच करने टीम गठित
सेक्टर-9 अस्पताल के इंचार्ज ने एक जांच कमेटी गठित कर दी है, जो पूरे मामले में जांच करेगी। अगर कोई दोषी पाया जाता है तो कार्रवाई की जाएगी।
कर्मियों ने सौंपा डॉयरेक्टर के नाम पत्र
प्रदर्शनकारियों ने डॉयरेक्टर इंचार्ज, भिलाई इस्पात संयंत्र के नाम एक पत्र सौंपा है जिसमें मांग की गई है कि यूआरएम के कर्मी के मौत की पूरी जांच की जाए। जो डॉक्टर ड्यूटी में थे, उनके खिलाफ कार्रवाई की जाए। अस्पताल में विशेषज्ञ की कमी को दूर किया जाए। अस्पताल के इंचार्ज को भी निलंबित करने व जूनियर अस्पताल की जगह विशेषज्ञ चिकित्सक हर विभाग में तैनात करने की मांग की है।
जांच कमेटी किया है गठित
बीडब्ल्यूयू के अध्यक्ष उज्जवल दत्ता ने बताया कि बीएसपी कर्मचारी के मौत के मामले की जांच करने प्रबंधन ने टीम गठित कर दी है। जो भी जिम्मेदार होगा उसके खिलाफ कार्रवाई करने का भरोसा दिलाया है।
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