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सरकार मतदाताओं को घरों से नहीं निकाल पाई, स्वीप प्लान के बाद बढ़ा मतदान का आंकड़ा एक फीसदी

locationभिलाईPublished: Nov 22, 2018 11:02:43 pm

मतदाताओं को घरों से निकालने से लेकर मतदान केंद्र तक पहुंचाने तक की व्यवस्था की गई। इसके बाद भी मुश्किल से एक फीसदी अतिरिक्त मतदाताओं को ही घरों से निकाला जा सका।

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सरकार मतदाताओं को घरों से नहीं निकाल पाई, स्वीप प्लान के बाद बढ़ा मतदान का आंकड़ा एक फीसदी

दुर्ग@Patrika. चुनाव में शत-प्रतिशत मतदान के लक्ष्य के साथ 3 माह तक स्वीप (सिस्टमेटिक वोटर्स एजुकेशन एंड इलेक्टोरल) प्लान चलाया गया। इसके लिए जागरूकता कार्यक्रम कर लोगों को मतदान के लिए प्रेरित किया गया। मतदाताओं को घरों से निकालने से लेकर मतदान केंद्र तक पहुंचाने तक की व्यवस्था की गई। इसके बाद भी मुश्किल से एक फीसदी अतिरिक्त मतदाताओं को ही घरों से निकाला जा सका।
पिछले विधानसभा चुनाव से केवल 1.21 फीसदी ज्यादा
जिले के 6 विधानसभा सीटों के लिए मंगलवार को मतदान कराया गया। इसमेंं भाग्य आजमा रहे 79 प्रत्याशियों के जीत-हार के फैसले के लिए 1१ लाख ९५ हजार ८४५ में से 8 लाख ५८ हजार 9३६ यानि ७१.८१ फीसदी ने अपने मताधिकार का प्रयोग किया। मतदान करने वालों में 4 लाख ३५ हजार 1३१ पुरुष व ४ लाख २३ हजार 79३ महिला मतदाता शामिल हैं। इस तरह चुनाव में ७२.२७ फीसदी पुरुष व ७१.३५ फीसदी महिला मतदाताओं ने मतदान में हिस्सा लिया। हालांकि यह राज्य निर्माण के विधानसभा चुनाव में सर्वाधिक मतदान है, लेकिन पिछले विधानसभा चुनाव से केवल 1.21 फीसदी ज्यादा है।
2013 से हर चुनाव में अभियान
स्वीप प्लान वर्ष 2013 के विधानसभा चुनाव से हर चुनाव में चलाया जा रहा है। वर्ष 2013 के चुनाव में प्लान के चलते करीब 2 प्रतिशत मतदान में बढ़ोतरी हुई थी। वर्ष 2008 के विधानसभा चुनाव में 67.54 प्रतिशत मतदाताओं ने मतदान किया था।स्वीप प्लान के बाद 2013 में कराए गएमतदान में 70.60 फीसदी लोगों ने मताधिकार को प्रयोग किया था।
लोकसभा में बढ़ा 10.54 फीसदी मतदान
स्वीप के बाद पिछले लोकसभा चुनाव में मतदान में 10.54 फीसदी अधिक बढ़ोतरी दर्ज की गई। वर्ष 2009 के लोकसभा चुनाव में जिले में 55.८८ फीसदी मतदान दर्ज किया गया था। वर्ष 2014 को लोकसभा चुनाव में बढ़कर यह इस बार यह बढ़कर यहा 66 .42 फीसदी हो गया। पिछले लोकसभा चुनाव में १६ लाख 20 लाख 400 मतदाताओं में से 9 लाख 5 हजार 519 मतदाताओं ने मतदान किया था।
इस बार यह किया स्वीप के तहत
0 मतदाताओं को मतदान के लिए प्रेरित करने जागरूकता रैली व शिविर।
0 20 रथ व अन्य माध्यमों से गांव-गांव प्रचार-प्रसार व लोगों से अपील।
0 विभिन्न संस्था, संगठन, स्कूल व कॉलेज के विद्यार्थियों को जोड़कर प्रतियोगिताएं व कार्यक्रम।
0 सार्वजनिक जगहों पर मतदाताओं को जागरूक करने सभा, सेमीनार, नुक्कड़ नाटक के अलावा जगह-जगह बैनर पोस्टर भी लगाए गए हैं।
0 जिला प्रशासन के प्रत्येक विभाग संलग्न किया गया है। इसके अलावा निजी संस्था व संगठनों के माध्यम से भी अभियान चलाया गया।
0 मतदान के दिन शत-प्रतिशत मतदाताओं को केंद्र तक पहुंचाने की व्यवस्था। केंद्र नहीं पहुंचने वाले लोगों को भी ढूंढकर वे केंद्र तक पहुचानें की योजना।
इस तरह बढ़ा मतदान का प्रतिशत
विधानसभा – 2008 – 2013 – 2018
पाटन – ७९.०० – 8 2.90 – ८३.०८
दुर्ग ग्रामीण – ६९.७८ – ७२.१७ – ७४.१५
दुर्ग शहर – ६४.१३ – ६७.४९ – ६८.२४
भिलाईनगर – ६२.९३ – ६२.९७ – ६६.९७
वैशालीनगर – ६१.८९ – ५९.७१ – ६५.५७
अहिवारा – ६७.६६ – ७४.५७ – ७२.८४
औसत – ६७.५४ – ६९.४८ – ७१.८१
लोकसभा चुनाव में इस तरह बढ़ा मतदान
विधानसभा – 2009 – 2014
पाटन – ६०.०६ – 75.34
दुर्गग्रामीण – ५९.३१ – 6 9.78
दुुर्ग शहर – ५३.४३ – ६४.७८
भिलाईनगर – ५३.८९ – ६१.००
वैशालीनगर – ५१.८२ – ५८.६३
अहिवारा – ५८.६४ – ७१.३४
औसत – ५५.९३ – ६६.८१
हर संभव प्रयास किया गया

नोडल अधिकारी डॉ गौरव सिंह ने बताया कि स्वीप प्लान के तहत जागरूकता के अभियान चलाए गए थे। अभियान के तहत लोगों को महत्व बताकर शत-प्रतिशत मतदान के लिए प्रेरित किया गया। अभियान पूरी तरह लोगों की जागरूकता पर केंद्रित था। इसके लिए हर संभव प्रयास किया गया।

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