प्रदेश के इंजीनियरिंग कॉलेजों में एडमिशन के लिए आईएल यानी संस्थावार स्तर पर प्रवेश की प्रक्रिया शनिवार को पूरी हो जाएगी। इसके बाद डीटीई काउंसलिंग बंद कर हुए प्रवेशों का विवरण जारी करेगा। अब एआईसीटीई ने जो एडमिशन तिथि में बदलाव किया है, उसे स्वीकार करना या नहीं करना सिर्फ डीटीई के पाले में है। हालांकि कॉलेजों का कहना है कि यदि तिथि को 31 तक बढ़ाया जाता है तो यकीनन इससे फायदा होगा। उनके पास एडमिशन लेने वाले स्टूडेंट्स मौजूद है। वहीं कॉलेजों का यह भी कहना है कि वैसे भी इंजीनियरिंग कॉलेज की सीटें खाली पड़ी रहेंगी, इससे तो बेहतर होगा कि संस्थावार स्तर पर प्रवेश की तिथि बढ़ाकर कॉलेजों को राहत पहुंचाई जा सके।
तीन दिसंबर को एक सर्कुलर जारी कर एआईसीटीई ने तर्क दे कर कहा है कि यह व्यवस्था उन राज्यों के लिए है, जहां अभी काउंसलिंग जारी है। या फिर विश्वविद्यालयों के रिजल्ट देरी से जारी किए गए हैं, जिससे पीजी में एडमिशन लेने वाले स्टूडेंट्स को नुकसान हो रहा हो। प्रदेश में यह व्यवस्था लागू होगी या फिर नहीं इसका फैसला अब डीटीई के पाले में है। एके गर्ग, काउंसलिंग प्रभारी, डीटीई ने बताया कि आज ही एआईसीटीई का सर्कुलर मिला है। हम इस सर्कुलर के बारे में बैठक कर निर्णय लेंगे। आईएल की काउंसलिंग भी समाप्ति की ओर है, जो बेहतर होगा करेंगे।