उपलब्धियों से भरा रहा कार्यकाल
नवनिर्वाचित उपाध्यक्ष धर्मेंद्र दलाल ने अध्यक्ष और महासचिव के कार्यकाल को एसोसिएशन के स्वर्णिम कार्यकाल बताते हुए कहा की इस संगठन को 2008 के बाद से अब तक संभाला और नया रूप दिया। महासचिव के साथ मिलकर ट्रेनिंग को सेवाकाल में जोडऩे से लेकर जूनियर इंजीनियर पदनाम को निर्णायक स्तर पर पहुंचाने में सफलता हासिल की। बरार ने बताया कि छुट्टियों से लेकर अन्य मामलों में एसोसिएसन ने बहुत से काम किए। उन्होंने नई कमेटी को भविष्य में भी पूरे सहयोग का भरोसा दिलाया।
नवनिर्वाचित उपाध्यक्ष धर्मेंद्र दलाल ने अध्यक्ष और महासचिव के कार्यकाल को एसोसिएशन के स्वर्णिम कार्यकाल बताते हुए कहा की इस संगठन को 2008 के बाद से अब तक संभाला और नया रूप दिया। महासचिव के साथ मिलकर ट्रेनिंग को सेवाकाल में जोडऩे से लेकर जूनियर इंजीनियर पदनाम को निर्णायक स्तर पर पहुंचाने में सफलता हासिल की। बरार ने बताया कि छुट्टियों से लेकर अन्य मामलों में एसोसिएसन ने बहुत से काम किए। उन्होंने नई कमेटी को भविष्य में भी पूरे सहयोग का भरोसा दिलाया।
जूनियर इंजीनियर होगा प्राथमिक मुद्दा
डिप्लोमा इंजीनियर्स एसोशिएशन के नव निर्वाचित महासचिव वर्मा ने कहा की भिलाई के डिप्लोमा इंजीनियर्स भविष्य में सभी चुनौइयों का सामना मिलकर करेंगे। अभी संगठन के समक्ष पदनाम सहित फास्ट ट्रैक प्रमोशन कैरियर ग्रोथ संबंधी मसले पेंटिंग है। जिनका निराकरण के लिए गभीर प्रयासों की जरूरत है। जल्द ही नई कार्यकारिणी के पदाधिकारियों की बैठक कर फैसला लिया जाएगा।
डिप्लोमा इंजीनियर्स एसोशिएशन के नव निर्वाचित महासचिव वर्मा ने कहा की भिलाई के डिप्लोमा इंजीनियर्स भविष्य में सभी चुनौइयों का सामना मिलकर करेंगे। अभी संगठन के समक्ष पदनाम सहित फास्ट ट्रैक प्रमोशन कैरियर ग्रोथ संबंधी मसले पेंटिंग है। जिनका निराकरण के लिए गभीर प्रयासों की जरूरत है। जल्द ही नई कार्यकारिणी के पदाधिकारियों की बैठक कर फैसला लिया जाएगा।
अहम जिम्मेदारी नई कार्यकारिणी के कांधों पर
आम सभा में एसोसिएशन के संगठन सचिव रहे अखिल मिश्रा को अध्यक्ष चुना गया। संगठन को नया आकार देने में उनकी अहम भूमिका रही है। एसोसिएशन के प्रमुख पदाधिकरियों का प्रमोशन होने के बाद उनके नेतृत्व में दो बड़े आंदोलन किए गए। 2016 से भिलाई में हुए सभी आंदोलन में इनकी अग्रणी भूमिका रही है। पदनाम को लेकर संघर्ष कर रहे डिप्लोमा इंजीनियर्स की मांग पूरा करवाने का बड़ा जिम्मा नई कार्यकारिणी के कांधे में है।
आम सभा में एसोसिएशन के संगठन सचिव रहे अखिल मिश्रा को अध्यक्ष चुना गया। संगठन को नया आकार देने में उनकी अहम भूमिका रही है। एसोसिएशन के प्रमुख पदाधिकरियों का प्रमोशन होने के बाद उनके नेतृत्व में दो बड़े आंदोलन किए गए। 2016 से भिलाई में हुए सभी आंदोलन में इनकी अग्रणी भूमिका रही है। पदनाम को लेकर संघर्ष कर रहे डिप्लोमा इंजीनियर्स की मांग पूरा करवाने का बड़ा जिम्मा नई कार्यकारिणी के कांधे में है।
नई कमेटी में यह है शामिल
अध्यक्ष अखिल मिश्र, महासचिव आरके वर्मा, उपाध्यक्ष सुबोध देशपांडे, संतोष परासर, धर्मेंद्र दलाल, एचएस मीना, अभिषेक सिह, मोहम्मद रफी, कृष्ण मूर्ति, सहायक महासचिव पद पर श्रीनिवासराव, पवन देशवाल, सुदर्शन, कपूरचंद, अनिरुद्ध दास, रवि अरसे, संगठन सचिव के पद पर रिंकू कुमार, अभिषेक सिंह, कोषाध्यक्ष पद पर रमेश कुमार, सहकोषाध्यक्ष पवन साहू, ऑफिस सचिव मनीष यादव के अलावा १२ जोनल सेक्रेटरी चुने गए, जिनमें रोहित पांडे, उषाकर चौधरी, जुल्फिकार अली, यशवंत विनय प्रमुख हैं।
अध्यक्ष अखिल मिश्र, महासचिव आरके वर्मा, उपाध्यक्ष सुबोध देशपांडे, संतोष परासर, धर्मेंद्र दलाल, एचएस मीना, अभिषेक सिह, मोहम्मद रफी, कृष्ण मूर्ति, सहायक महासचिव पद पर श्रीनिवासराव, पवन देशवाल, सुदर्शन, कपूरचंद, अनिरुद्ध दास, रवि अरसे, संगठन सचिव के पद पर रिंकू कुमार, अभिषेक सिंह, कोषाध्यक्ष पद पर रमेश कुमार, सहकोषाध्यक्ष पवन साहू, ऑफिस सचिव मनीष यादव के अलावा १२ जोनल सेक्रेटरी चुने गए, जिनमें रोहित पांडे, उषाकर चौधरी, जुल्फिकार अली, यशवंत विनय प्रमुख हैं।