लोक अदालत में 9 अन्य दंपतियों ने भी विवाद छोड़कर समझाइश पर एक दूसरे का हाथ फिर से थाम लिया। न्यायधीश एसके सिंह और निरंजन लाल चौहान ने इन परिवारों को समझाइश देकर एक साथ रहने के लिए प्रेरित किया।
जुआं खेलने से मना करने पर मारपीट करने के आरोपी ने न्यायालय में दोबारा कभी जुआं नहीं खेलने की कसम खाई। न्यायाधीश प्रवीण मिश्रा ने आरोपी को इसके लिए प्रेरित किया। आरोपी के कसम खाने पर समझौते के आधार पर मारपीट का मामला खत्म कर दिया गया। न्यायधीश ने पार्किंग को लेकर विवाद के मामले में भी आरोपी को ट्रैफिक नियम पालन करने की शपथ दिलाई।
नगर निगम ने जलकर बकाया के 170 मामले में समझौते के लिए लोक अदालत में रखे गए थे, लेकिन इमें से केवल 12 लोग ही पहुंचे। इन लोगों ने समझौते के आधार पर 1 लाख 18 हजार 340 रुपए जलकर का बकाया जमा कराया। वहीं 158 बकायादार सूचना के बाद भी अदालत नहीं पहुंचे।
नेशनल लोक अदालत में सुनवाई के लिए 4606 प्रकरण रखे गए थे। इनमें से 843 प्रकरणों का निराकरण किया गया। दांडिक मामले के 434, धारा-138 के 78, विद्युत के 134, सिविल के 112, मोटर दुर्घटना दावा के 46, पारिवारिक विवाद के 11 और प्री-लिटिगेशन के 108 प्रकरणों को निराकरण समझौते के आधार पर किए गए।