सोमवार शाम 7. 15 बजे NSPCL के असिस्टेंट मैनेजर जी किशोर बाबू 29 साल, पावर प्लांट 02 मे हमेशा की तरह चिल्ड वाटर प्लांट के निरीक्षण के लिए पहुंचे थे। वे कूलिंग टावर पर थे इसी दौरान स्लैब टूट गया और असिस्टेंट मैनेजर का संतुलन बिगड़ गया। वे नीचे पानी जमा करने के गहरी टंकी (संप) मे फंस गए। हादसे की खबर मिलते ही एनएसपीसीएल में हडकंप मंच गया। दुर्घटना के बाद एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की टीम ने भिलाई इस्पात संयंत्र के फायर कर्मियों के साथ युवा इंजीनियर की तलाश के लिए युद्ध स्तर पर खोजबीन शुरू की। मंगलवार सुबह 4 बजे शव बरामद हुआ।
प्लांट से असिस्टेंट मैनेजर का शव बरामद होने के बाद भिलाई की भट्टी पुलिस मर्ग कायम कर विवेचना कर रही है। इस संबंध में एनएसपीसीएलका कोई भी अधिकारी कुछ भी बोलने से बचते नजर आ रहे हैं। युवा इंजीनियर जी.किशोर बाबू ने 2018 में एनएसपीसीएल ज्वाइन किया था। फिलहाल वे रूआबांधा सेक्टर मे निवासरत थे।
जिसे ड्रेन में असिस्टेंट मैनेजर गिरे थे उसके भीतर से पानी तेज गति से बहता है, जिसकी गहराई करीब चार मीटर होती है। एनडीआरएफ की टीम को सूचना मिला तो उन्होंने पहुंचकर ड्रेन में तलाश करना शुरू किया। देर रात तक ड्रेन में कोई नहीं मिला है। इधर विभाग के सारे अधिकारी रातभर ड्रेन के समीप युवा इंजीनियर की तलाश में लगी टीम पर नजर रखे हुए थे।