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NSPCL प्लांट भिलाई में बड़ा हादसा, स्लैब टूटने से संप में गिरे असिस्टेंट मैनेजर की मौत, रातभर चला रेस्क्यू ऑपरेशन

locationभिलाईPublished: Mar 02, 2021 11:36:45 am

Submitted by:

Dakshi Sahu

NSPCL पॉवर प्लांट-2 में कार्यरत असिस्टेंट मैनेजर की ऑन ड्यूटी गहरी टंकी में गिरने से मौत हो गई। NDRF और SDRF की टीम ने मंगलवार तड़के सुबह चार बजे उनके शव को संप से बाहर निकाला।

NSPCL पॉवर प्लांट भिलाई में बड़ा हादसा, स्लैब टूटने से संप में गिरे असिस्टेंट मैनेजर की मौत, रातभर चला रेस्क्यू ऑपरेशन

NSPCL पॉवर प्लांट भिलाई में बड़ा हादसा, स्लैब टूटने से संप में गिरे असिस्टेंट मैनेजर की मौत, रातभर चला रेस्क्यू ऑपरेशन

भिलाई. NSPCL पॉवर प्लांट-2 में कार्यरत असिस्टेंट मैनेजर की ऑन ड्यूटी गहरी टंकी में गिरने से मौत हो गई। NDRF और SDRF की टीम ने मंगलवार तड़के सुबह चार बजे उनके शव को संप से बाहर निकाला। सोमवार को शाम को स्लैब टूटने से असिस्टेंट मैनेजर संप में गिर गए थे। घटना की सूचना मिलते ही तुरंत एनडीआरएफ की टीम को राहत और बचाव कार्य के लिए बुलाया गया।रातभर एनडीआरएफ की टीम रेस्क्यू ऑपरेशन में जुटी रही। मंगलवार तड़के असिस्टेंट मैनेजर का शव टीम को मिला।
संतुलन बिगड़ गया था
सोमवार शाम 7. 15 बजे NSPCL के असिस्टेंट मैनेजर जी किशोर बाबू 29 साल, पावर प्लांट 02 मे हमेशा की तरह चिल्ड वाटर प्लांट के निरीक्षण के लिए पहुंचे थे। वे कूलिंग टावर पर थे इसी दौरान स्लैब टूट गया और असिस्टेंट मैनेजर का संतुलन बिगड़ गया। वे नीचे पानी जमा करने के गहरी टंकी (संप) मे फंस गए। हादसे की खबर मिलते ही एनएसपीसीएल में हडकंप मंच गया। दुर्घटना के बाद एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की टीम ने भिलाई इस्पात संयंत्र के फायर कर्मियों के साथ युवा इंजीनियर की तलाश के लिए युद्ध स्तर पर खोजबीन शुरू की। मंगलवार सुबह 4 बजे शव बरामद हुआ।
दो साल पहले किया था नौकरी ज्वाइन
प्लांट से असिस्टेंट मैनेजर का शव बरामद होने के बाद भिलाई की भट्टी पुलिस मर्ग कायम कर विवेचना कर रही है। इस संबंध में एनएसपीसीएलका कोई भी अधिकारी कुछ भी बोलने से बचते नजर आ रहे हैं। युवा इंजीनियर जी.किशोर बाबू ने 2018 में एनएसपीसीएल ज्वाइन किया था। फिलहाल वे रूआबांधा सेक्टर मे निवासरत थे।
ड्रेन में था चार मीटर गहरा पानी
जिसे ड्रेन में असिस्टेंट मैनेजर गिरे थे उसके भीतर से पानी तेज गति से बहता है, जिसकी गहराई करीब चार मीटर होती है। एनडीआरएफ की टीम को सूचना मिला तो उन्होंने पहुंचकर ड्रेन में तलाश करना शुरू किया। देर रात तक ड्रेन में कोई नहीं मिला है। इधर विभाग के सारे अधिकारी रातभर ड्रेन के समीप युवा इंजीनियर की तलाश में लगी टीम पर नजर रखे हुए थे।
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