विद्यार्थियों को ट्रांसफर करने की प्रक्रिया शुरू
तकनीकी विश्वविद्यालय ने इस कॉलेज के विद्यार्थियों को ट्रांसफर करने की प्रक्रिया शुरू कर दी है। अन्य कॉलेज २३ जनवरी तक बीई के ६वें और ८वें सेमेस्टर में विभागवार सीटों का ब्योरा विवि को सौंपेंगे। इसके बाद विवि काउंसलिंग के माध्यम से विद्यार्थियों को अन्य संस्थाओं में ट्रांसफर करेगी।
पुरानी फीस पर होगी पढ़ाई
विवि प्रशासन के मुताबिक कॉलेजों से सहमति ली जाएगी कि विद्यार्थी जो फीस सन में दिया करते थे उनसे वही फीस ली जाएगी। इसी तरह विद्यार्थियों को उन संस्थानों में ट्रांसफर करना है, जिनमें प्रयोगशाला सहित तमाम बिंदु पूरे हो सकें। विवि अगले महीने तक विद्यार्थियों के ट्रांसफर की प्रक्रिया पूरी कर लेगा।
ऐसे समझिए अब क्या होगा विद्यार्थियों का सन इंजीनियरिंग में मैकेनिकल, सिविल, सीएस के ७० ६वें और ८वें सेमेस्टर के ७० विद्यार्थी हैं। जानकारी के मुताबिक इन विद्यार्थियों को भारती इंजीनियरिंग अपने यहां मर्ज कर लेगा। ईईई ब्रांच के ८वें सेमेस्टर में ९ और ६वें सेमेस्टर में २ विद्यार्थी शेष हैं, जिन्हें छत्तीसगढ़ इंजीनियरिंग कॉलेज में ट्रांसफर किए जाने की भी खबर है। हालांकि यह निर्णय विवि लेगा कि विद्यार्थियों को कहां भेजा जाए।
एनओसी मिल गया सन इंजीनियरिंग कॉलेज पिछले साल ही आर्किटेक्चर की मान्यता मिली, लेकिन एडमिशन समाप्त हो चुके थे। इसलिए आर्किटेक्चर में भी कोई प्रवेश नहीं हुए। बताया जाता है कि इंजीनियरिंग को बंद कर अब सन इंजीनियरिंग कॉलेज फार्मेसी की शुरुआत करेगा। एनओसी मिल गया है।
विद्यार्थियों को अन्य कॉलेजों में ट्रांसफर करेंगे सीएसवीटीयू के रजिस्ट्रार डीएन सिरसांत ने बताया कि सन इंजीनियरिंग कॉलेज अब बंद हो जाएगा। पहले डीटीई ने इन्हें आशिंक क्लोजर दिया था, जबकि अब पूर्ण रूप से संस्था बंद हो जाएगी। इनके शेष विद्यार्थियों को अन्य कॉलेजों में ट्रांसफर करेंगे।