रेफर करना हो तो नहीं आती एंबुलेंस
अस्पताल की प्रभारी ने बताया कि डिलीवरी के लिए किसी मरीज को दाखिल किया जाता है और ऐसा लगता है कि मरीज की स्थिति ठीक नहीं है, जान बचाने के लिए हायर सेंटर रेफर करना है, तब एंबुलेंस को बुलाओ तो 2-2 घंटे तक नहीं आती। ऐसे में मरीज को लेकर रिस्क लेना उचित नहीं है। इस वजह से जो सीधे जिला अस्पताल, दुर्ग या सिविल अस्पताल, सुपेला जा रहे हैं, वह भी बेहतर है।
नहीं है फार्मासिस्ट
अस्पताल में फार्मासिस्ट नहीं है, उसके स्थान पर नर्स से ड्यूटी करवाया जा रहा है। इससे एक नर्स की कमी हो जाती है और शिफ्ट में ड्यूटी करवाना मुश्किल हो जाता है।
जेनेरिक दवा की नहीं है दुकान
जेनेरिक दवा लिखने के संबंध में चिकित्सकों का कहना है कि बापू नगर, पीएसपी में जेनेरिक मेडिकल स्टोर्स नहीं है। ऐसे में वहां मरीज या उनके रिश्तेदार दवा की पर्ची लेकर कहां जाएंगे। जेनेरिक दवा की दुकान सीधे पावर हाउस में है।
अस्पताल के सामने पसरी है गंदगी
अस्पताल के सामने नाली में गंदगी बजबजा रही है। नगर पालिक निगम, भिलाई की जिम्मेदारी है कि यहां सफाई व्यवस्था का ध्यान दे। नाली में लबे समय से कचरा एकत्र हो रहा है, पानी भी जमा हुआ है। जिससे मच्छरों को पनपने के लिए बेहतर स्थान मिल गया है। गंदगी की वजह से अस्पताल के भीतर तक कुत्ते पहुंच जाते हैं। जिसे बार-बार कर्मचारी भगाते रहते हैं।
102 नहीं होने से महिलाओं को अस्पताल तक पहुंचने में होती है दिक्कत
ललिता शंकर चौधरी, पूर्व पार्षद, खुर्सीपार ने बताया कि बापू नगर के प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में 102 एंबुलेंस नहीं है, जिसकी वजह से डिलीवरी के लिए महिलाओं को अस्पताल तक लाने की व्यवस्था नहीं हो पा रही है। एक महतारी एंबुलेंस यहां भी आवंटित किया जाना चाहिए।
नहीं मिलती जेनेरिक दवा
जाम बाई, निवासी, खुर्सीपार, ने बताया कि बापू नगर, पीएचसी के आसपास में जेनेरिक मेडिकल सेंटर नहीं है। जिसकी वजह से मरीजों व उनके रिश्तेदारों को आसपास के मेडिकल स्टोर्स में यह दवा नहीं मिलती है। वे एक छोटी सी दवा के लिए कहां तक जाएं।