पद्मनाभुपर चौकी पुलिस का अनुमान का है कि आरोपी रायगढ़ या फिर इसके आसपास के गांव का है। मोबाइल को ट्रेस करने पर रायगढ़ सिटी में होने की जानकारी मिली है। आरोपी युवक आर्य मानिपुरी ने जो खाता नंबर उपलब्ध कराया है वह रायगढ़ का है। जानकारी का खुलासा होते ही पुलिस की एक टीम शनिवार को रायगढ़ रवाना हो गई। पुलिस का दावा है कि वह उसे जल्द जल्द से गिरफ्तार कर लेगी।
दो साल में ढाई लाख रुपए दिए महिला ने पुलिस को बताया कि वह आर्य मानिकपुरी से कभी नहीं मिली। फेसबुक पर बातचीत हर रोज करती थी। आर्य ने कभी ५ हजार तो कभी १० हजार की जरूरत होने की चर्चा करता। रुपए की मांग करने पर महिला उसके खाते में ऑनलाइन पैसा ट्रांसफर कर देती। आखिरी बार महिला ने ३० हजार रुपए ट्रांसफर किए थे।
यह है मामला पीडि़ता के अनुसार फेसबुक पर आर्य ने फ्रेंड रिक्वेस्ट भेजी थी। इसके बाद दोनों की बातचीत शुरू हुई। शुरुआत में आर्य ने स्वयं को नौकरीपेशा बताया। बाद में कहने लगा कि नौकरी छूट गई। उसने माता-पिता की तबीयत खराब होने की जानकारी देकर बतौर मदद रुपए मांगे। महिला ने सहानुभूति दिखाते हुए रुपए अकाउंट में ट्रांसफर कर भेज दिए। बाद में अचानक फेस बुक अकाउंट बंद होने पर एहसास हुआ कि वह ठगी का शिकार हो गई है।
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