हॉस्टल में पेयजल सप्लाई करने वाली पाइप लाइन में भी लीकेज है। इसके कारण बाहर की गंदगी पाइप के जरिए पीने के पानी में पहुंच रही है। मजबूरी में प्रशिक्षु कर्मचारी उसी पानी को पीते हैं। इस्पात श्रमिक मंच के राजेश अग्रवाल अपने अन्य साथियों के साथ संयंत्र के लोक स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी केके यादव से मिले।
घर व आसपास पानी जमा न होने दें। पानी की टंकी व बर्तन सुखा लें।
पानी को छानने से भी लार्वा नष्ट हो जाते हैं।
रविवार को बर्तनों का सूखा दिवस मनाएं ताकि बीमारी के कीटाणु न पनप सकें।
मच्छरदानी लगाकर सोएं।
डेंगू के मरीज को दिन में भी मच्छरदानी में सुलाएं।
बुखार आने की स्थिति में चिकित्सक की सलाह पर रक्त की जांच कराएं।
बुखार के लिए सिर्फ पेरासिटामॉल की गोली लें।
हॉस्टल के आसपास झाडिय़ां और बड़े पेड़ हैं, जिसकी कभी कटाई-छंटाई नहीं की जाती। यहां हमेशा पानी भी जमा रहता है जिसमें मच्छर का लार्वा पनपते रहता है। संयंत्र का लोक स्वास्थ्य विभाग डेंगू पर नियंत्रण करने मच्छर उन्मूलन
अभियान चलाने के बजाए लोगों को पर्चा बांटकर लौट गया कि आप अपनी सेहत का खुद ख्याल रखें।