निगम ने दिया प्रस्ताव
निगम के अधिकारियों ने मेयर की मौजूदगी में रेलवे के अफसरों को प्रस्ताव दिया कि प्रति घर के हिसाब से दूसरे निगम को रेलवे करीब 240 रुपए से अधिक दे रहा है। वैसे ही भिलाई-चरोदा के रेलवे मकानों की संख्या जो रेलवे ने मुहैया करवा दी है। हर घर का कम से कम 190 रुपए से अधिक दिया जाए। रेलवे को भी यह सौदा घाटे का नहीं लग रहा है। रेलवे पहले ही टेंडर कर काम करवा रहा है। निगम के हाथ यह काम दे देता है तो सुपरवाईजरी काम से वह मुक्त हो जाएगा। यही वजह है कि दोनों के मध्य जल्द एमओयू होने की उम्मीद है।
इन वार्डों में है रेलवे के आवास
भिलाई-चरोदा निगम के वार्ड-13, 27, 28, 29, 33, 34, 35 सभी रेलवे क्षेत्र में है। जिसमें जोन-1, 2, 3, भिलाई-तीन रेलवे कालोनी शामिल है। यहां रेलवे के करीब 2408 मकान है। जिसमें से वर्तमान में रेलवे टेंडर कर कचरा एकत्र करवाने का काम करता है। इसके बाद भी लगातार पार्षद शिकायत कर रहे हैं कि सफाई व्यवस्था रेलवे क्षेत्र में बेहतर नहीं है। इस वजह से कई बार निगम के कर्मियों से सफाई रेलवे एरिया में भी करवाया जाता है।
दुर्ग और रायपुर की तर्ज पर हो एमओयू
निगम के अधिकारी चाहते हैं कि दुर्ग और रायपुर में जिस तरह से रेलवे के मकानों में सफाई का काम निगम के माध्यम से किया जा रहा है। वैसे ही एमओयू रेलवे से भिलाई-चरोदा के लिए भी हो जाए। इन क्षेत्रों से चुनाव जीतकर आने वाले पार्षद चाहते हैं कि उनके मतदाताओं को भी सफाई की सुविधा वे निगम के माध्यम से दिला सकें। इसके साथ-साथ नाली वगैरह का काम निगम के माध्यम से हो। इस तरह की पहल से काम और बेहतर हो सकेगा।
रेलवे क्षेत्र की सफाई भी कर सकता है निगम
निर्मल कोसरे, महापौर, नगर पालिक निगम, भिलाई-चरोदा ने बताया कि नगर पालिक निगम, भिलाई-चरोदा के दायरे में आने वाले रेलवे के आवासों से कचरा एकत्र करवाने से लेकर नालियों की सफाई तक का काम निगम कर सकता है। इसको लेकर निगम के अधिकारियों ने रेलवे अफसरों को प्रस्ताव भेजा है। एमओयू हस्ताक्षर होने के बाद काम शुरू किया जाएगा।
रेलवे कालोनी में सफाई के साथ पानी की व्यवस्था भी करे निगम
शारदा लावेश मदनकर, वार्ड-13 ने बताया कि भिलाई-3 रेलवे कालोनी में निगम के माध्यम से सफाई का काम किया जाना चाहिए। रेलवे कालोनी में गंदगी बढ़ जाता है तब मजबूरी में निगम के कर्मियों से सफाई करवाना पड़ता है। रेलवे के घरों में पानी भी गंदा आ रहा है। निगम की ओर से साफ पानी की भी आपूर्ति इन क्षेत्रों में रहने वालों के लिए की जानी चाहिए।