हालमार्क को प्राथमिकता
आकाश गंगा सराफा बाजार स्थित सहेली ज्वेलर्स अलंकरण के संचालक सजल जैन ने बताया कि भारतीय मानक ब्यूरो के नए नियम के बाद अब सोने में 24, 22 और 18 कैरेट के हालमार्क गहने तैयार होने लगे हैं। धीरे-धीरे 23 कैरेट के गहने अब चलन से बाहर हो जाएंगे। ऐसे में ग्राहक अपने बजट के अनुसार हालमार्क ज्वेलरी ही लेना पसंद कर रहे हैं। उन्होंने बताया कि हालमार्क ज्वेलरी लेने के काफी फायदे हैं,क्योंकि इसमें मिलावट की गुंजाइश नहीं होती।
भीड़ से बचने भी एडवांस बुकिंग
सराफा व्यापारी सजल ने बताया कि जिन्हें पुष्यनक्षत्र या धनतेरस की खरीदारी करनी है वे पहले ही कुछ राशि जमा कर ज्वेलरी बुक करा लेते हैं क्योंकि त्योहार की वजह से शॉप में काफी भीड़ हो जाती है और उन्हें ज्वेलरी पसंद करने में भी परेशानी होती है। ऐसे में वे धनतेरस या पुष्य नक्षत्र के पहले आकर अपनी ज्वेलरी पसंद कर जाते हैं और टोकन अमाउंट दे जाते हैं ताकि त्योहार के दिन केवल वे अपना पेंमेंट कर तुरंत गहने साथ ले जा सकें। उन्होंने बताया कि शहर के अधिकांश ज्वेलरी शॉप में एडवांस बुकिंग शुरू हो चुकी है जो धनतेरस के एक दिन पहले तक जारी रहेगी।
छोटी बचत सोने में तब्दील
व्यापारियों की मानें तो घर की महिलाएं सोने में इंवेस्टमेंट करना ज्यादा पसंद करती है। खासकर शुभ मुहूर्त में सोने की खरीदारी करने वे पहले से प्लानिंग करती है। अपनी छोटी-छोटी बचत को वे सोने में तब्दील कर रखना चाहती है। सेक्टर 5 निवासी नैना तिवारी ने बताया कि अपनी किटी पार्टी के जरिए वे बचत कर रही थी और अब वे करवाचौथ पर अपने लिए स्पेशल इयररिंग और अंगूठी खरीदेंगी।
24 कैरेट(प्योर) – 39500 रुपए
23 कैरेट( गहने)- 37000 रुपए
22 कैरेट(हालमार्क) – 36500 रुपए
18 कैरेट (हालमार्क)- 31200 रुपए
(मेकिंग चार्ज 10 प्रतिशत से लेकर डिजाइन के अनुसार)