किसान नेता पहुंचे थाने
मामले की जानकारी मिलते ही धमधा ब्लॉक के किसान नेता सुबह करीब ९ बजे पॉवर हाउस मंडी पहुंच गए। यहां पीडि़त महेंद्र, शिव और प्रकाश को देखने के बाद थाने गए जहां अपराधियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग करने लगे। बताया जा रहा है कि इस मामले में कृषि मंत्री रवींद्र चौबे ने संज्ञान लिया है। किसान नेताओं ने मंत्री चौबे को पूरे मामले की जानकारी दी है। किसान नेताओं का कहना है कि यदि पुलिस उचित कार्रवाई समय रहते नहीं करती है तो किसान चुप नहीं बैठेंगे।
मामले की जानकारी मिलते ही धमधा ब्लॉक के किसान नेता सुबह करीब ९ बजे पॉवर हाउस मंडी पहुंच गए। यहां पीडि़त महेंद्र, शिव और प्रकाश को देखने के बाद थाने गए जहां अपराधियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग करने लगे। बताया जा रहा है कि इस मामले में कृषि मंत्री रवींद्र चौबे ने संज्ञान लिया है। किसान नेताओं ने मंत्री चौबे को पूरे मामले की जानकारी दी है। किसान नेताओं का कहना है कि यदि पुलिस उचित कार्रवाई समय रहते नहीं करती है तो किसान चुप नहीं बैठेंगे।
दहशत में किसान, हंगामे की भी आशंका
किसान नेताओं का कहना है कि जिस तरह से किसानों के साथ मारपीट की घटना की गई है। इससे किसानों में खूब दहशत का माहौल बनेगा। किसान अपना माल बेचने के लिए मंडी पहुंचता है, लेकिन यदि ऐसी घटनाएं होंगी, तब उनकी सुरक्षा की जिम्मेदारी किसकी होगी।
किसान नेताओं का कहना है कि जिस तरह से किसानों के साथ मारपीट की घटना की गई है। इससे किसानों में खूब दहशत का माहौल बनेगा। किसान अपना माल बेचने के लिए मंडी पहुंचता है, लेकिन यदि ऐसी घटनाएं होंगी, तब उनकी सुरक्षा की जिम्मेदारी किसकी होगी।
आखिर फसाद की वजह क्या है?
मौके पर पहुंची पुलिस को पीडि़त महेंद्र व अन्य दो ने बताया कि वे सुबह ३.४५ के करीब खरबूजा के कैरेट उतार रहे थे। तभी एक युवक आया और यह कहकर गाली-गलौच करने लगा कि यहीं कैरेट क्यों उतारते हो। मंडी में हमेशा से ही जाम की स्थिति बनती रहती है, इसलिए यह कोई नई बात नहीं थी। बताया जा रहा है कि किसान बाहर के हैं, इसलिए उनसे मामूली विवाद पर इतनी पिटाई की संभावना कम है। यह प्लान बनाकर की गई घटना जैसा कहा जा रहा है। इस मामले के बाद सुबह से ही फल मंडी में गहमागहमी जैसा माहौल बन गया है।
मौके पर पहुंची पुलिस को पीडि़त महेंद्र व अन्य दो ने बताया कि वे सुबह ३.४५ के करीब खरबूजा के कैरेट उतार रहे थे। तभी एक युवक आया और यह कहकर गाली-गलौच करने लगा कि यहीं कैरेट क्यों उतारते हो। मंडी में हमेशा से ही जाम की स्थिति बनती रहती है, इसलिए यह कोई नई बात नहीं थी। बताया जा रहा है कि किसान बाहर के हैं, इसलिए उनसे मामूली विवाद पर इतनी पिटाई की संभावना कम है। यह प्लान बनाकर की गई घटना जैसा कहा जा रहा है। इस मामले के बाद सुबह से ही फल मंडी में गहमागहमी जैसा माहौल बन गया है।