बार्डर क्रास करने के बाद अब हर चीज की राहत
शिरीन की अम्मी शमशाद बेगम ने बताया कि बेटी ने कहा है कि दो दिनों के भीतर वह घर पहुंच जाएगी। जब तक यूक्रेन में थे तब तक खाना-पानी को लेकर खासी परेशानी का सामना करना पड़ा। बार्डर क्रास करने के बाद अब हर चीज की राहत है। वहां से छात्र-छात्राओं का पूरा ग्रुप लौटने की तैयारी में है।
रूस ने जब यूक्रेन पर हमला किया है, यह खबर मीडिया में आने लगी, तब शिरीन के परिवार से जुड़े सारे सदस्य परेशान होने लगे. सभी ने फोन कर उसकी खैरियत पूछ ली। उसने वहां की स्थिति के संबंध में जानकारी दिया। यूक्रेन में धीरे-धीरे खाने का सामान मिलना मुश्किल होता जा रहा था। भारत से मेडिकल की पढ़ाई के लिए गए छात्र-छात्राएं सहमे हुए थे। जब यूक्रेन को छोड़ दिया, तब सारी सुविधा मिलने लगी। छात्रा ने परिजनों को बताया कि हंगरी से भारत लौटने की तैयारी है। हर कोई अपने परिवार के पास जल्द पहुंचना चाहता है।