इतना सब होने के बाद भी अफसर अपनी जिम्मेदारी से बचते रहे। अस्पताल के प्रमुख बीएसपी के निदेशक प्रभारी चिकित्सा एवं स्वास्थ्य सेवाएं डॉ. एसके ईस्सर ने कह दिया कि मुझे इस पर कुछ नहीं कहना है। संयंत्र के जन स्वास्थ्य विभाग के डीजीएम केके यादव का पक्ष तो और भी गैर जिम्मेदाराना है। ‘सेक्टर-9 में सफाई नहीं हुई है तो क्या हुआ, कल (मंगलवार को) करा देंगेÓ, निगम आयुक्त कह रहे हैं कि वह तो बीएसपी का क्षेत्र है। निगम को मतलब नहीं।
खाना सडऩे से इतनी दुर्गंध आ रही थी कि आसपास ठहरना भी मुश्किल हो गया। अस्पताल में मरीजों व उनके परिजनों के अलावा यहां हनुमान मंदिर में रोज बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं का आना-जाना लगा रहता है। साइकिल स्टैंड के ठीक बाजू में इस तरह गंदगी और बदबू से लोगों का संास लेना दूभर हो गया था। बाद में गंदगी के ढेर पर बर्फ की सिल्ली डाल दी गई, फिर भी दुर्गंध कम नहीं हुई।
बीएसपी के अधिकारी अस्पताल परिसर में कार्यक्रम के बारे में अनभिज्ञता जाहिर करते रहे, जबकि दो दिन बाद सोमवार को भी अस्पताल के दूसरे मुख्य गेट पर यादव परिवार की ओर से आगंतुकों का स्वागत करने वाला गेट लगा रहा। इतना ही नहीं साइकिल स्टैंड की जगह पर लगाए टेंट भी नहीं हटाए गए हैं। सामान बिखरा पड़ा था। इससे मरीजों व परिजनों को आने-जाने में परेशानी हो रही थी।
भिलाई नगर विधायक देवेंद्र यादव ने कहा कि आयोजन के बाद संपूर्ण प्रांगण को पूरी तरह से साफ-सुथरा, व्यवस्थित किया गया था। पत्रिका के माध्यम से जानकारी मिली कि एक जगह जहां प्रसाद बना था, वहां कुछ गंदगी छूट गई है। उसे तुरंत व्यवस्थित करने के लिए परिवार केे लोगों को भेजा है। साफ-सफाई हो गई है।
आयुक्त नगर निगम भिलाई ऋतुराज रघुवंशी ने कहा कि सेक्टर-9 अस्पताल व टाउनशिप बीएसपी प्रबंधन का क्षेत्र है। वहां की सफाई व्यवस्था बीएसपी प्रबंधन को देखना चाहिए। इस तरह की कोई शिकायत भी नहीं मिली है। निगम क्षेत्र में गंदगी फैलाने वालों के खिलाफ हमारी टीम कार्रवाई कर रही है।
डीजीएम, जन स्वास्थ्य विभाग बीएसपी, केके यादव ने कहा कि टाउनशिप में कार्यक्रम होने पर विभाग एनओसी देता है तब कार्यक्रम के अगले दिन अधिकारी खुद सुबह जाकर मौके पर देखते हैं। सेक्टर-9 में हम लोग दखल नहीं देते, क्योंकि वह हॉस्पिटल प्रबंधन के अधीन है। प्रबंधन से निर्देश मिलने पर जहां बताया जाता है, वहां सफाई जरूर किया जाता है।