इसी दौरान पास से गुजर रहा एक शुकर ने वेदांत पर हमला कर दिया। चेहरे को पंजा से दबोच लिया। इससे वेदांत छटपटाने लगा। जिसे देखते ही आसपास के लोग दौड़े। पत्थर मारकर बच्चे को छुड़ाया। १० बिस्तर बैकुंठधाम अस्पताल लेकर गए।
पिछले माह भी सुअरों के झुंड ने एक महिला को घायल कर दिया था। निगम ने सुअरों को पकडऩे के लिए अभियान चलाया। फिर बंद कर दिया। नोटिस देने के बावजूद भी एजेंसी शुकर पकडऩे में कामयाब नहीं हुई है। एक दिन में मुश्किल से १०-१२ शुकर पकड़ती है।