पत्रिका टीम का साथ निभाने युवा और बुजुर्ग तो सामने आए ही साथ ही बच्चों ने भी साथ दिया। छोटी सी बेबो और उसकी बहन ने कचरा उठाना शुरू किया और उसे बोरी में भरकर उठाकर बच्चे कचरे के ठेले में डालने लगे। उन्हें देखकर और भी कई बच्चे यहां आ गए और वे भी सभी का हाथ बंटाने लगे।
सुपेला के शीतला तालाब में सफाई करने मरोदा से भी खिलाड़ी यहां पहुंचे। मरोदा एथलेटिक्स क्लब के किशनलाल,तामेश्वर,इकरार, आर्यन,मनीष ने कहा कि वे पत्रिका के इस अभियान में पहली बार शामिल हुए पर अब वे भी अपने मोहल्ले के जल स्त्रोतों को सहेजने का प्रयास करेंगे ताकि वे स्वच्छ और सुरक्षित रह सकें। उन्होंने कहा कि छोटे-छोटे प्रयास से ही हम पानी को बचा सकेंगे।
पत्रिका के इस अभियान में देश की शान भिलाई इस्पात संयंत्र के कर्मियों ने भी अपनी सहभागिता निभाई। बीएसपी की कई यूनियन के पदाधिकारी यहां पहुंचे। सभी ने हाथों में झाडू फावड़ेे लेकर तालाब को साफ किया। सीटू के अध्यक्ष डीवीएस रेड्डी ने कहा कि ऐसे तालबों को सरंक्षित करने सबसे पहले आसपास के लोगों को जागरूक करना जरूरी है। क्योकि यहां कोई बाहर वाले आकर गंदगी नहीं फैलाएंगे बल्कि यहां के लोग ही इसके लिए जिम्मेदार है। उन्हें भी सोचना होगा कि अगर वे तालाब को नहीं सहेजेंगे तो आने वाले समय में बस्ती का भू-जल स्तर भी कम हो जाएगा।
लीज संघर्ष समिति के राजेन्द्र परगनिहा, एसके सेन, राजेन्द्र शर्मा,पीएस शर्मा,पीके वर्मा सहित कई वरिष्ठ नागरिक भी अमृतम जलम का हिस्सा बनने यहां पहुंचे। सभी ने कहा कि गंगा नदी तो दूर है पर हमारे लिए यह तालाब ही गंगा की तरह है। हम सभी को मिलकर इसे साफ रखना चाहिए।
अमृतम जलम अभियान के जरिए अपनी सामाजिक जिम्मेदारी निभाने ट्रैफिक डीएसपी सतीश ठाकुर अपनी टीम के साथ पहुंचे। उन्होंने भी इस तालाब की सफाई में हाथ बंटाया। सड़क पर यातायात संभालने वाले इन जवानों ने यहां भी बेहतरीन ढंग से सफाई अभियान में अपनी खास भूमिका निभाई।
पत्रिका के इस अभियान में कदम से कदम मिलाने शपथ फाउंडेशन के सदस्य भी सुबह से शीतला तालाब पहुंचे। टीम के सदस्य सफाई अभियान के शुरुआत से आखिर तक डटे रहे। टीम के अशोक ने बताया कि वे संस्था के लिए पर्यावरण संरक्षण की दिशा में काम कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि पत्रिका ने यह अभियान चलाकर लोगों को जगाने का प्रयास किया है ताकि वे अभी से जल संरक्षित कर आने वाले कल को सुरक्षित रख सकें।