खुर्सीपार और उससे लगे स्लम क्षेत्रों के युवाओं के लिए उच्च शिक्षा हासिल करने का सबसे बड़ा माध्यम यही कॉलेज कहलाता है, इस लिहाज से विद्यार्थियों के लिए भी राहत की खबर है। अब यहां से ग्रेजुएशन पूरा करने के बाद विद्यार्थियों को अन्य कॉलेज जाकर पोस्ट ग्रेजुएशन करने की मजबूरी नहीं रह जाएगी।
बीकॉम में भी बढ़ जाएंगी १० सीटें
कॉलेज में अभी बीएससी, बीए और बीकॉम संचालित हो रहा है। क्षेत्र के युवाओं का सबसे ज्यादा रुझान बीकॉम के लिए देखा गया है। यही वजह है कि उच्च शिक्षा विभाग इस कॉलेज में बीकॉम की सीटों में इजाफा करने जा रहा है। जल्द ही इसका नोटिफिकेशन भी जारी कर दिया जाएगा। बताते हैं कि अभी बीकॉम की ९० सीटें है, जिसे बढ़ाकर सौ करने की तैयारी है।
कॉलेज में अभी बीएससी, बीए और बीकॉम संचालित हो रहा है। क्षेत्र के युवाओं का सबसे ज्यादा रुझान बीकॉम के लिए देखा गया है। यही वजह है कि उच्च शिक्षा विभाग इस कॉलेज में बीकॉम की सीटों में इजाफा करने जा रहा है। जल्द ही इसका नोटिफिकेशन भी जारी कर दिया जाएगा। बताते हैं कि अभी बीकॉम की ९० सीटें है, जिसे बढ़ाकर सौ करने की तैयारी है।
कहां लगेंगी कक्षाएं
बीएसपी ने हाल ही में कॉलेज प्रशासन को भवन के दूसरे माले में कक्षाओं का संचालन करने की मंजूरी भी दे दी है। बताते हैं कि जल्द ही कॉलेज जनभागीदारी के माध्यम से दूसरे माले की मरम्मत कराएगा। हाल ही में कक्षाओं के संचालन के लिए विभिन्न सामाग्रियां क्रय की गई हैं।
बीएसपी ने हाल ही में कॉलेज प्रशासन को भवन के दूसरे माले में कक्षाओं का संचालन करने की मंजूरी भी दे दी है। बताते हैं कि जल्द ही कॉलेज जनभागीदारी के माध्यम से दूसरे माले की मरम्मत कराएगा। हाल ही में कक्षाओं के संचालन के लिए विभिन्न सामाग्रियां क्रय की गई हैं।
पीजी में मिले ये कोर्स
कोर्स – सीटें – स्वीकृत प्रोफेसर
एमएससी गणित – २० – ०१
एमए राजनीतिशास्त्र – ३० – ०१
एमकॉम – २० – ०१ शिक्षा विभाग का सहयोग
प्राचार्य खुर्सीपार शासकीय कॉलेज डॉ. रीना मजूमदार ने बताया कि एमए, एमएससी और एमकॉम तीनों एक साथ मिले हैं। कॉलेज ने दोगुनी तेजी से कदम बढ़ाए हैं। उच्च शिक्षा विभाग ने पूरा सहयोग किया। विद्यार्थियों को अब यूजी के बाद कॉलेज नहीं छोडऩा पड़ेगा।
कोर्स – सीटें – स्वीकृत प्रोफेसर
एमएससी गणित – २० – ०१
एमए राजनीतिशास्त्र – ३० – ०१
एमकॉम – २० – ०१ शिक्षा विभाग का सहयोग
प्राचार्य खुर्सीपार शासकीय कॉलेज डॉ. रीना मजूमदार ने बताया कि एमए, एमएससी और एमकॉम तीनों एक साथ मिले हैं। कॉलेज ने दोगुनी तेजी से कदम बढ़ाए हैं। उच्च शिक्षा विभाग ने पूरा सहयोग किया। विद्यार्थियों को अब यूजी के बाद कॉलेज नहीं छोडऩा पड़ेगा।