पारख ज्वलेर्स में गुरुवार को चोरी की घटना से सनसनी फैल गई थी। लोकेश ने अकेले ही वारदात को अंजाम दिया था। पुलिस ने उसके पास से 2.59 करोड़ के जेवर और डेढ़ लाख नकद बरामद किए। दुर्ग पुलिस का दावा है कि इतनी बड़ी मशरूका के साथ किसी चोर की गिरफ्तारी का यह प्रदेश में पहला मामला है। शुक्रवार को पुलिस महानिरीक्षक दुर्ग रेंज विवेकानंद सिन्हा और वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक अजय यादव ने पत्रवार्ता में इसका खुलासा किया था।
आरोपी सोमवार की रात करीब 11 बजे ज्वेलर्स की छपर पर पहुंचा था। दूसरे दिन मंगलवार को तोड़-फोड़ के बाद शाम तक जेवर समेटते रहा। रात 11 बजे के बाद बाहर निकला।
आरोपी ने तीन दिन पहले ही अपना मोबाइल बंद कर दिया था। इसके कारण टॉवर डंप से मदद नहीं मिली। रैन बसेरा में आराम फरमाते पकड़ा गया
शुक्रवार तड़के लोकेश को दुर्ग बस स्टैंड के रैन बसेरा के डोरमेट्री में आराम करता पकड़ा गया। हिरासत में लेकर पूछताछ करने पर चोरी करना कबूल कर लिया।
मैं सोमवार की रात करीब 11 बजे चोरी करने पहुंच गया। बांस की चैली के सहारे पहले निर्माणाधीन बिल्डिंग पर चढ़। वहां एक छोटी चैली रखी थी। उसे नई बिल्डिंग और पारख ज्वेलर्स की छत के बीच रखकर आसानी से पहुंच गया। सबसे पहले छत पर लगे सीसीटीवी कैमरे को ऊपर की ओर मोड़ दिया। इसके बाद पूरी रात मैंने पारख ज्वेलर्स की छत पर बिताई।
आरोपी पूर्व में चोरी के 13 मामलो में गिरफ्तार हो चुका है। वह कवर्धा जिले का तड़ीपार भी है। तीन महीने पहले नवंबर 2019 में ही जेल से छूटकर आया था। और चोरी की इस बड़ी वारदात को फिर अंजाम दिया।