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सीबीएसई पैटर्न नहीं आया रास, बोर्ड परीक्षा मार्च में होगी, स्कूल फिर 16 जून से ही खुलेंगे

locationभिलाईPublished: Sep 29, 2017 10:46:13 am

Submitted by:

Dakshi Sahu

डीईओ दुर्ग आशुतोष चावरे ने बताया कि शिक्षण सत्र की शुरुआत से लेकर बोर्ड परीक्षाओं की तारीख बदली गई है। अब स्कूल 16 जून से ही खुलेंगे।

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भिलाई. राज्य के स्कूल शिक्षा विभाग को सीबीएसई पैटर्न रास नहीं आया। मात्र एक साल में ही स्कूल शिक्षा विभाग ने शिक्षण सत्र को बदल दिया। अब राज्य के सरकारी स्कूलों में नया सत्र 1 अप्रैल की बजाय 16 जून से शुरू होगा। बोर्ड परीक्षा 5 मार्च से शुरू होगी और होम परीक्षा 10 अप्रैल के बाद ही होंगे। ऐसे और भी कई प्रस्ताव है जिसे स्कूल शिक्षा विभाग और माध्यमिक शिक्षा मंडल ने सहमति दे दी है।
शिक्षा विभाग इन सारी तब्दीलियों के पीछे एक कारण अप्रैल में पडऩे वाली ‘गर्मीÓ को बता रहा है। अप्रैल में तापमान ज्यादा होने की वजह से स्कूलों में बच्चों की उपस्थिति 30 प्रतिशत तक रह गई थी। जिसके कारण शिक्षकों को भी दोबारा जून में अप्रैल का कोर्स पढ़ाना पड़ा। हालांकि इस बदलाव से इस सत्र के बच्चों को फायदा होगा, क्योंकि फरवरी में बोर्ड परीक्षा होने के हिसाब से उनका कोर्स डिजाइन किया गया थाताकि दिसंबर तक कोर्स पूरा हो सकें।
अब उन्हें दो महीने का वक्त रिवीजन के लिए मिल सकेगा। नई व्यवस्था के तहत इस साल दसवीं और बारहवीं की बोर्ड परीक्षा होली के बाद यानी 5 मार्च से शुरू होगी। बोर्ड कक्षाओं के प्रैक्टिकल एग्जाम 27 जनवरी से 15 फरवरी तक चलेंगे। जबकि होम एग्जाम की प्रायोगिक परीक्षा फरवरी में ली जाएगी। 9वीं और 11 वीं के लिए प्रश्नपत्र माध्यमिक शिक्षा मंडल तैयार करेगा।
किया गया है बदलाव
डीईओ दुर्ग आशुतोष चावरे ने बताया कि शिक्षण सत्र की शुरुआत से लेकर बोर्ड परीक्षाओं की तारीख बदली गई है। अब स्कूल 16 जून से ही खुलेंगे। इस बदलाव से ज्यादा फर्क नहीं पड़ेगा। वैसे भी स्कूलों में दिसंबर तक कोर्स पूरा हो जाएगा। बोर्ड के स्टूडेंट्स को तैयारी के लिए ज्यादा समय मिलेगा।
ऑनलाइन देनी होगी नकल प्रकरण की जानकारी
बोर्ड परीक्षा में इस बार नकल प्रकरण की जानकारी ऑनलाइन अपडेट करनी पड़ेगी, मंडल के अधिकारी तत्काल कार्रवाई कर सकें। अब तक नकल प्रकरण की कार्रवाई मैनुअल होती थी जिसकी वजह से नकल का प्रकरण मंडल के पास देरी से पहुंचता था।
कमजोर बच्चों के लिए स्पेशल क्लास
प्राथमिक और माध्यमिक शालाओं में बच्चों की परीक्षा आरईटी एक्ट के तहत होगी। इसमें किसी भी बच्चों को फेल नहीं किया जाएगा,लेकिन कमजोर बच्चों के लिए विषयवार अप्रैल में कक्षाएं लगाई जाएंगी जो अप्रैल के दूसरे सप्ताह में होगी।
स्वाध्यायी छात्रों की बढ़ेगी फीस
बोर्ड में प्राइवेट छात्रों के लिए इस बार फीस बढ़ाई गई है। फीस में 20 रुपए से 100 रुपए तक की वृद्धि हुई है। इस बार बोर्ड परीक्षा का फार्म भरने का सिस्टम केवल नियमित छात्रों के लिए ऑनलाइन रखा गया है जबकि स्वाध्यायी छात्रों के लिए मैनुअल सिस्टम होगा।
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