डीईओ दुर्ग आशुतोष चावरे ने बताया कि शिक्षण सत्र की शुरुआत से लेकर बोर्ड परीक्षाओं की तारीख बदली गई है। अब स्कूल 16 जून से ही खुलेंगे। इस बदलाव से ज्यादा फर्क नहीं पड़ेगा। वैसे भी स्कूलों में दिसंबर तक कोर्स पूरा हो जाएगा। बोर्ड के स्टूडेंट्स को तैयारी के लिए ज्यादा समय मिलेगा।
बोर्ड परीक्षा में इस बार नकल प्रकरण की जानकारी ऑनलाइन अपडेट करनी पड़ेगी, मंडल के अधिकारी तत्काल कार्रवाई कर सकें। अब तक नकल प्रकरण की कार्रवाई मैनुअल होती थी जिसकी वजह से नकल का प्रकरण मंडल के पास देरी से पहुंचता था।
प्राथमिक और माध्यमिक शालाओं में बच्चों की परीक्षा आरईटी एक्ट के तहत होगी। इसमें किसी भी बच्चों को फेल नहीं किया जाएगा,लेकिन कमजोर बच्चों के लिए विषयवार अप्रैल में कक्षाएं लगाई जाएंगी जो अप्रैल के दूसरे सप्ताह में होगी।
बोर्ड में प्राइवेट छात्रों के लिए इस बार फीस बढ़ाई गई है। फीस में 20 रुपए से 100 रुपए तक की वृद्धि हुई है। इस बार बोर्ड परीक्षा का फार्म भरने का सिस्टम केवल नियमित छात्रों के लिए ऑनलाइन रखा गया है जबकि स्वाध्यायी छात्रों के लिए मैनुअल सिस्टम होगा।