सतीश कुमार त्रिपाठी ने बताया कि ठाकुर गौतम सिंह के साथ जानबूझकर षडयंत्र पूर्वक भिलाई इस्पात प्रबंधन ने काम किया हैं। गौतम सिंह को आज तक उनकी सेवा का अंतिम भुगतान नहीं किया गया है। उनके नाम से बीमा का पैसा काटा गया ,लेकिन कभी बीमा कार्यालय में जमा नहीं किया गया। ऐसे ही उन्हें कभी भी पदोन्नति नहीं दी गई। हमेशा आरोप लगाकर प्रबंधन शोषण करता रहा।
ठाकुर गौतम सिंह थक हारकर अपना जीवन दांव पर लगा चुके हैं। एक तरफ भिलाई संयंत्र की जमीन पर अवैध कब्जा करके साधवानी जैसे लोग अरबों का व्यापार कर रहे हैं तो दूसरी तरफ़ समाज सेवा के लिए सब कुछ लुटा देने वाला अपने अधिकार के लिए प्राण भी दांव पर लगा रहे हैं।
इस्पात राज्य मंत्री साय ने आश्वस्त किया कि यह बहुत गंभीर मामला हैं। ऐसा होना अत्याचार की पराकाष्ठा है। मंत्री ने अपने सचिव से ठाकुर गौतम सिंह के मामले की पूरी जानकारी एकत्र कर तुरंत बुधवार शाम नई दिल्ली पहुंचाने की बात कही। उन्होंने २४ घंटे में कड़ी कार्रवाई करने की बात कही है।
यह है पूरा मामला
सेवा अवधि की बकाया राशि की मांग पर अड़े पूर्व बीएसकर्मी शिक्षक ठाकुर गौतम सिंह ने अपनी जान को ख़तरा बताते हुए पुलिस अधीक्षक के समक्ष गुहार लगाई थी। साथ ही लिखित आवेदन देकर उन्होंने बीएसपी सीईओ के खिलाफ फ्रॉड और 420 का प्रकरण दर्ज करने की मांग की थी।
सेवा अवधि की बकाया राशि की मांग पर अड़े पूर्व बीएसकर्मी शिक्षक ठाकुर गौतम सिंह ने अपनी जान को ख़तरा बताते हुए पुलिस अधीक्षक के समक्ष गुहार लगाई थी। साथ ही लिखित आवेदन देकर उन्होंने बीएसपी सीईओ के खिलाफ फ्रॉड और 420 का प्रकरण दर्ज करने की मांग की थी।
डीएसपी गुप्ता ने तुरंत आवेदन को स्वीकार किया था। ठाकुर ने बताया कि वर्तमान में वो अकेले सेक्टर पांच के मकान मे निवासरत हैं। सेवाकाल का हिसाब-किताब होने के बाद वे स्वयंमेव घर खाली कर देंगे। अगर जबरन उनसे कर्मचारियों द्वारा खाली करवाया गया तो उसी मकान में अपने प्राण त्याग देंगे।
मंगलवार को लोकतंत्र सेनानी संघ की बैठक स्मृति नगर में सम्पन्न हुई। जिसमें उपस्थित मीसा बन्दियों ने ठाकुर गौतम सिंह के साथ हुए अमानावीय व्यवहार की भत्र्सना की। साथ ही हर संभव मदद का आश्वासन दिया। स्वाभिमान पार्टी के नेता सतीश कुमार त्रिपाठी ने बताया कि इस्पात मंत्री विष्णु देव साय ने सच्चिदा नन्द उपासने के माध्यम से मुलाकात के लिए बुलाया था।