बर्न यूनिट में भर्ती घायल कर्मियों में पीके चौहान, दिनेश बोमानिया, छत्रपाल राणा, सुकांत, लोकेंद्र, रंंजीत कुमार, हेमंत कुर्रे, टीएन जयसवाल, सोहन लाल, जितेंद्र कुमार, सत्या विजय, राठौर, नरेंद्र और विमल शामिल हैं। जिनका उपचार सेक्टर 9 अस्पताल में चल रहा है।
बीएसपी में मेंटनेंस के दौरान गैस पाइप लाइन फटने से मरने वालों में एनर्जी मैनेजमेंट के अकील अहमद, गणेश राव, उदय पांडेय और इंद्ररमन दुबे की फिलहाल पहचान हो पाई है। वहीं अन्य मृतक के नामों का खुलासा अब तक नहीं हो पाया है। इधर सूत्रों की माने तो मरने वालों की संख्या 13 से ज्यादा भी हो सकती है। इधर हादसे की सूचना मिलते ही नेताओं और जनप्रतिनिधियों का अस्पताल पहुंचने का सिलसिला शुरु हो गया है। दुर्ग विधायक अरूण वोरा ने सेक्टर 9 अस्पताल पहुंचकर परिजनों का ढांढस बंधाया।
उत्पादन के नए-नए पैमाने गढऩे वाले भिलाई स्टील प्लांट में मंगलवार को हुए दूसरे सबसे बड़े हादसे की वजह सुरक्षा में बड़ी चूक बताई जा रही है। प्लांट में काम करने वाले कर्मियों ने बताया कि लंबे समय से मरम्मत के दौरान सुरक्षा के तय मानकों का पालन नहीं किया जा रहा था जिसका आज भयानक रूप देखने मिला है। इधर हादसे में आग बुझाने पहुंचे फायर बिग्रेड के चार कर्मियों के मौत की खबर भी सामने आ रही है।