7 मई को बीएसपी यूनियन के नेता सोनी ड्यूटी जाने के लिए घर से निकले थे। इसी बीच रिसाली पेट्रोल पंप के पास उन पर जानलेवा हमला आरोपियों ने कर दिया। घायल यूनियन नेता ने पुलिस को बताया था कि उन्हें ठेकेदारों पर शक है। लगातार ठेकेदार एक साथ उन पर आंदोलन को बंद करने का दबाव बना रहे थे।
हमले के बाद आक्रोशित बीएसपी यूनियन सीटू के सदस्यों ने 8 मई को बीएसपी के बोरिया गेट का घेराव किया था। बता दें कि हमले के बाद घायल सोनी को बीएसपी के मेन मेडिकल पोस्ट से एंबुलेंस के जरिए सेक्टर-9 हॉस्पिटल में दाखिल कराया गया था। जहां सीटू के तमाम नेता पहुंचे। बीएसपी में नियमित कर्मचारी होने के बाद भी सोनी लगातार मजदूरों के हक में संघर्ष कर रहे हैं।