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भिलाई

बोरिया गेट चौक पर क्यों लहराया लाल परचम, जानने के लिए इस खबर को जरूर पढ़ें

सेल बोर्ड की बैठक 27 अप्रैल 2018 को भिलाई निवास में होनी है। इसके पहले भिलाई इस्पात संयंत्र कर्मियों व श्रमिक संगठन में हलचल तेज हो गई है।

भिलाईApr 25, 2018 / 01:04 pm

Dakshi Sahu

patrika
भिलाई. सेल बोर्ड की बैठक 27 अप्रैल 2018 को भिलाई निवास में होनी है। इसके पहले भिलाई इस्पात संयंत्र कर्मियों व श्रमिक संगठन में हलचल तेज हो गई है। वे इस बैठक में लंबित मागों को पूरा करने व बंद हो चुकी सुविधाओं को पुन:शुरू करने की मांग कर रहे हैं। प्रबंधन पर दबाव बनाने के लिए श्रमिक संगठनों ने प्रदर्शन भी शुरू कर दिया है।

भिलाई इस्पात संयंत्र के बोरिया गेट चौक पर बुधवार की सुबह सीटू ने प्रदर्शन किया। प्रदर्शनकारियों ने सेल बोर्डसे मांग किया है कि भिलाई में 26 व 27 अप्रैल को होने जा रहे सेल बोर्ड मीटिंग में अर्जित अवकाश व त्यौहार अवकाश के नकदीकरण का फैसला करें। इसके साथ ही वेतन समझौता जल्द शुरू करने व सेल पेंशन योजना को मंजूरी दिलाने के लिए सार्थक प्रयास शुरू करें।
कर्मचारी नहीं बैठेंगे चुप
सेल बोर्ड की बैठक से पहले श्रमिक संगठन ने बोरिया गेट पर प्रदर्शन कर साफ संदेश दे दिया कि प्रबंधन लगातार एकतरफा स्वेच्छाचारी निर्णय लेता रहा, तो कर्मचारी चुप बैठने वाले नहीं हैं। यूनियन ने मांग किया है कि बोर्ड द्विपक्षीय संस्कृति को नष्ट ना करें, क्योंकि द्विपक्षीय संस्कृति सेल की बड़ी ताकत है।
एनजेसीएस ने उद्योगों को बचाने का किया काम
सेल पहला संगठन है जहां उद्योग स्तर पर सबसे पहले द्विपक्षीय समिति का गठन हुआ। एनजेसीएस में न केवल कर्मचारियों की सुविधाओं को बढ़ाने के लिए बल्कि उद्योग को बचाने के लिए भी कई महत्वपूर्ण निर्णय लिए गए हैं। 1999 में पुनसंरचना के नाम पर अमेरिकी परामर्शदात्री कंपनी मेक केंसी के संस्तुति पर सेल के विघटन की योजना को एनजेसीएस ने ही पूरी ताकत से विरोध करके पलटा था।
वर्ना बिक जाते पॉवर प्लांट
एनजेसीएस नहीं होता तो वर्तमान में सेल के सारे पॉवर प्लांट ऐसी निजी कंपनी के हाथों बिक चुके होते, जो आज दुनिया के नक्शे से गायब है। इसी तरह चीन से आने वाले सस्ते आयात पर रोक लगाने के लिए भी एनजेसीएस की यूनियनों ने पहल कर एंटी डंपिंग टैक्स लगवाया, जिससे मौजूदा आर्थिक संकट से जूझ रहे इस्पात उद्योग को कुछ राहत मिली है।
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