सेल बोर्ड की बैठक से पहले श्रमिक संगठन ने बोरिया गेट पर प्रदर्शन कर साफ संदेश दे दिया कि प्रबंधन लगातार एकतरफा स्वेच्छाचारी निर्णय लेता रहा, तो कर्मचारी चुप बैठने वाले नहीं हैं। यूनियन ने मांग किया है कि बोर्ड द्विपक्षीय संस्कृति को नष्ट ना करें, क्योंकि द्विपक्षीय संस्कृति सेल की बड़ी ताकत है।
सेल पहला संगठन है जहां उद्योग स्तर पर सबसे पहले द्विपक्षीय समिति का गठन हुआ। एनजेसीएस में न केवल कर्मचारियों की सुविधाओं को बढ़ाने के लिए बल्कि उद्योग को बचाने के लिए भी कई महत्वपूर्ण निर्णय लिए गए हैं। 1999 में पुनसंरचना के नाम पर अमेरिकी परामर्शदात्री कंपनी मेक केंसी के संस्तुति पर सेल के विघटन की योजना को एनजेसीएस ने ही पूरी ताकत से विरोध करके पलटा था।
एनजेसीएस नहीं होता तो वर्तमान में सेल के सारे पॉवर प्लांट ऐसी निजी कंपनी के हाथों बिक चुके होते, जो आज दुनिया के नक्शे से गायब है। इसी तरह चीन से आने वाले सस्ते आयात पर रोक लगाने के लिए भी एनजेसीएस की यूनियनों ने पहल कर एंटी डंपिंग टैक्स लगवाया, जिससे मौजूदा आर्थिक संकट से जूझ रहे इस्पात उद्योग को कुछ राहत मिली है।