दिसंबर के अंत में दुर्ग नगर निगम का चुनाव होना है। इसके लिए कभी भी आचार संहिता की घोषणा हो सकती है। चुनाव की तारीखों की घोषणा के साथ प्रत्याशी चयन की जोर आजमाइश शुरू हो जाएगी। इसे देखते हुए कांग्रेस व भाजपा दोनों ही राजनीतिक दल के चुनाव लडऩे के इच्छुक नेता सक्रिय हो गए हैं और टिकट पक्की करने की जुगत भिड़ाना शुरू कर दिया है।
मंडल स्तर पर प्रत्येक वार्ड के लिए चुनाव जीत सकने योग्य तीन-तीन दावेदारों के नामों का पैनल तैयार किया जाएगा। इन नामों को वरीयता क्रम में जिला व संभागीय कमेटी को भेजा जाएगा। कमेटी में इन नामों पर चर्चा के बाद एक नाम तय किया जाएगा। नाम तय होने पर प्रत्याशी घोषित किया जाएगा। एक से अधिक नाम होने पर फैसला प्रदेश कमेटी द्वारा किया जाएगा। मंडल के पैनल से अतिरिक्त नाम पर जिला, संभाग व प्रदेश में विचार नहीं होगा।
विधानसभा की तर्ज पर इस बार भी टिकट वितरण होगा। पार्षद पद के लिए दावेदारों को वार्ड कमेटियों को आवेदन देना होगा। ब्लॉक स्तर के नेताओं की चयन कमेटी बनाई जाएगी। ये कमेटी प्रत्येक नाम पर चर्चा कर जीत सकने केे आधार पर वरीयता क्रम तय करेगी। अनुशंसा के साथ मूल आवेदन जिला कमेटी को भेजा जाएगा। जिला चयन कमेटी अपनी अनुशंसा के साथ प्रदेश को सूची भेजेगी। सहमति के आधार पर प्रत्याशी घोषित किए जाएंगे।
कांग्रेस में प्रत्याशियों के चयन का फॉर्मूला एक दिन पहले ही जारी हुआ है। प्रदेश कांग्रेस कमेटी की ओर से प्रभारी महामंत्री गिरीश देवांगन ने फॉर्मूला जारी किया। कांग्रेस ने चांपा के पूर्व विधायक मोतीलाल देवांगन को चुनाव के लिए दुर्ग निगम का प्रभारी बनाया है, पर वे अब तक शहर नहीं पहुंच पाएं हैं।
महामंत्री जिला भाजपा देवेंद्र चंदेल ने बताया कि जिले में नगरीय निकाय चुनावों की तैयारी शुरू हो गई है। संगठन के नेताओं ने सभी निकायों में जीत का लक्ष्य दिया है। इसी के अनुरूप तैयारी की जा रही है। टिकट चयन की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। जल्द ही मंडलों में बैठक होगी।
प्रवक्ता शहर कांग्रेस देवेश मिश्रा ने बताया कि प्रदेश सरकार द्वारा नगरीय निकायों में कराए गए कार्यों के आधार पर इस बार चुनाव लड़ा जाएगा। इस बार सक्रियता, योग्यता व जीतने की क्षमता के आधार पर जमीनी कार्यकर्ताओं को टिकट दिया जाएगा। चुनाव की तैयारी शुरू कर दी गई है।