अलग-अलग जगहों पर जनप्रतिनिधियों व अधिकारियों ने किया लोकार्पण
इसी तरह से सामुदायिक स्वास्थ्य कंेद्र कुम्हारी में ब्लड यूनिक नगर पालिका के अध्यक्ष राजेश्वर सोनकर, उपाध्यक्ष के रवि, मुख्य नगर पालिका अधिकारी जितेंद्र कुशवाहा मौजूद थे। सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र धमधा में नगर पंचायत अध्यक्ष सुनिता गुप्ता, जिला पंचायत सभापति समसीत कुरैशी, खण्ड चिकित्सा अधिकारी डॉक्टर डीपी ठाकुर, शशि मैत्री, ब्लड यूनिट इंचार्ज, बीपीएम राजेंद्र वर्मा मौजूद थे। सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र उतई में स्वास्थ्य केन्द्र के प्रभारी अधिकारी व अधिकारी, कर्मियों की मौजूदगी में ब्लड स्टोरेज यूनिट शुरू किया गया सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र बोरी में स्वास्थ्य केंद्र के प्रभारी अधिकारी, अधिकारियों और कर्मियों की मौजूदगी में ब्लड स्टोरेज यूनिट शुरू की गई।
जिला अस्पातल से लाकर रखा जाएगा ब्लड
सिविल अस्पताल और दूसरे सभी यूनिट में जिला अस्पताल, दुर्ग से ब्लड लाकर मशीनों में रखा जाएगा। हर ग्रुप का ब्लड रखने की व्यवस्था इसमें है। मरीज को जिस ग्रुप का ब्लड जरूरत होगी, उसके मुताबिक ब्लड दिया जा सकेगा। पहले अस्पताल में दाखिल मरीज के शरीर में ब्लड की कमी देखकर जिला अस्पताल तुरंत रेफर कर दिया जाता था। अब यह दिक्कत खत्म हो गई है।
निजी ब्लड बैंक से मिलेगा छुटकारा
मरीज को अगर ब्लड की जरूरत पड़ जाती थी, तब निजी ब्लड बैंक की तरफ लोग भागते थे। खासकर जब डेंगू की शिकायत सामने आ रही थी तब लोग अधिक परेशान हो रहे थे। ब्लड के लिए लोग इधर-उधर भटकते भी देखे जा रहे थे। अब अस्पताल में ही ब्लड मिल पाएगा। अस्पताल प्रबंधन ने इसके लिए व्यवस्था पहले से ही कर लिया था।
नोडल भी किए तय
सिविल हॉस्पिटल, सुपेला में बीएसयू की नोडल डॉक्टर मंजू राठौर को बनाया गया है। बीएसयू के शुरू होने के बाद यहां की व्यवस्था उनके जिम्मे होगी। दुर्ग से आने वाले ब्लड का समय और उसके एक्सपायरी होने की तारीख वगैरह पर वे नजर रखने का काम करेंगी।
हर दिन ओपीडी में सुबह से लग जाती है कतार
सिविल हॉस्पिटल में 400 से अधिक ओपीडी है, यहां मरीजों को दाखिल भी किया जाता है। मरीज की हालत खराब होने पर चिकित्सक उसे तुरंत जिला अस्पताल रेफर कर देते थे। इस व्यवस्था में अब तब्दीली आने का समय आ गया है। अस्पताल में धीरे-धीरे जरूरत के उपकरण लगाए जा रहे हैं।
मरीजों के लिए जरूरी
डॉक्टर पीयाम सिंह, प्रभारी सिविल हॉस्पिटल, सुपेला ने बताया कि ब्लड स्टोरेज यूनिट मरीजों के लिए जरूरी था। अब जिला अस्पताल से लाकर यहां ब्लड रखा जाएगा। जिस मरीज को जरूरत होगा, उसे चढ़ाया जाएगा। इससे गंभीर रूप से घायल आने वाले लोगों की जान बचाने में मदद मिलेगी।