scriptफर्जी ड्रग कंट्रोलर बनकर बीकॉम फेल युवक ने की मेडिकल स्टोर्स और डॉक्टरों से लाखों की वसूली, ऐसे चढ़ा पुलिस के हत्थे | Boy used to recover by becoming fake drug controller, police arrested | Patrika News

फर्जी ड्रग कंट्रोलर बनकर बीकॉम फेल युवक ने की मेडिकल स्टोर्स और डॉक्टरों से लाखों की वसूली, ऐसे चढ़ा पुलिस के हत्थे

locationभिलाईPublished: Feb 29, 2020 12:35:08 pm

Submitted by:

Dakshi Sahu

ग्रामीण क्षेत्रों में मेडिकल स्टोर्स व बीएमएस डॉक्टर्स से ड्रग कंट्रोलर बनकर लाखों की वसूली करने वाला शातिर आरोपी शुभम सावरे को गिरफ्तार किया। (Bhilai News)

फर्जी ड्रग कंट्रोलर बनकर बीकॉम फेल युवक ने की मेडिकल स्टोर्स और डॉक्टरों से लाखों की वसूली, ऐसे चढ़ा पुलिस के हत्थे

फर्जी ड्रग कंट्रोलर बनकर बीकॉम फेल युवक ने की मेडिकल स्टोर्स और डॉक्टरों से लाखों की वसूली, ऐसे चढ़ा पुलिस के हत्थे

भिलाई. ग्रामीण क्षेत्रों में मेडिकल स्टोर्स व बीएमएस डॉक्टर्स से ड्रग कंट्रोलर बनकर लाखों की वसूली करने वाला शातिर आरोपी शुभम सावरे को गिरफ्तार किया। पुलिस ने धारा 170, 384, 420 के तहत कार्रवाई की। उसे कोर्ट में पेश किया। जहां न्यायिक रिमांड पर उसे जेल भेज दिया गया। वहीं मिलने आए भाई चार्टेड एकाउंटेड राहुल सावरे अपराध में प्रयुक्त कार को थाना से लेकर भाग रहा था। उसे दौडा़कर पुलिस ने दबोच लिया। राहुल व उसके दोस्त के खिलाफ प्रतिबंधात्मक कार्रवाई की।
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जामुल थाना पुलिस ने बताया कि आरोपी शुभम सावरे मूलत: मध्य प्रदेश बालाघाट का रहने वाला है। 12 वीं इंग्लिश मिडियम स्कूल से पढ़ाई की है। बीकॉम में फेल हो गया। वर्ष 2015 में रायपुर अवंति गार्डन मोवा में मां और भाई के साथ आया। यहां अंकुर देवांगन के फार्मासिस्ट सर्टिफिकेट को किराए पर लेकर मेडिकल स्टोर खोला था। बालाजी हॉस्पिटल और मेडिसाइन अस्पताल में होलसेल दवा सप्लाई कर रहा था। उसे अच्छी इनकम कर लिया। इसके बाद ओडिशा पासिंग कार खरीदा। जब अच्छे पैसे आ गए तब वह शेयर मार्केट में पैसे लगाने लगा। जिसमें उसे नुकसान हुआ। तब यह रास्ता चुना।
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18 लाख शेयर में हुआ नुकसान
शुभम सावरे ने शेयर बाजार में पैसे लगाने लगा। जिसमें 18 लाख रुपए नुकसान हो गया। इसी बीच अकुश देवांगन ने अपनी लाइसेंस ले लिया। 6 माह तक बिना लाइसेंस के मेडिकल स्टोर को चलाया।
पुरानी कार को बेच कर नई कार खरीदा
पुलिस ने बताया कि शुभम ने अपने ही लैपटॉप से ड्रग कंट्रोलर व फूड कंट्रोलर की आईडी बनया। उसे गले में लटकाकर बेमेतरा क्षेत्र में किराना दुकान और बीएमएस डॉक्टर्स से वसूली करने लगा। 6 माह पहले ही 50 हजार रुपए डाउन पेमेंट कर नई कार खरीदा। कार में गर्वमेंट आईडी लगाकर वसूली करने लगा। सीएसपी विश्वास चंद्राकर ने बताया कि आरोपी को गिरफ्तार कर कोर्ट में पेश किया। न्यायिक रिमांड पर उसे जेल भेज दिया गया।
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