उल्लेखनीय है कि बुधवार की रात लालेश्वर ने दीनदयाल उपध्याय आवास जुनवानी के एलआईजी 422 में फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली थी। घटना की सूचना पुलिस को गुरुवार सुबह 10 बजे मिली। मौके पर पहुंची पुलिस ने शव को अपने कब्जे में लिया और पंचनामा कर मृतक के परिजनों को सूचना दी। परिजनों ने मॉरच्युरी में जैसे ही शव को देखा मौत पर संदेह व्यक्त करना शुरु कर दिया। उनका कहना था कि फ ांसी लगाने से सिर पर चोंट कैसे आ सकती है। वह भी खून निकलते तक। मृतक के परिजनों के बयान के आधार पर जेवरा पुलिस ने महिला को पूछताछ के लिए चौकी बुलाया है।
महिला का कहना है कि वह रात नौ बजे मृतक को अकेले छोड़ घर से निकल गई थी। रातभर रेलवे स्टेशन में गुजारने के बाद जब महिला सुबह नौ बजे घर लौटी तो लालेश्वर फांसी पर लटका हुआ था। महिला का कहना है कि वह शुरू में इसे देख मजाक समझी। कमरे में पहुंचने के बाद उसे मालूम हुआ कि लीलेश्वर सही में फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली है। इसके बाद उसने फंदे को काटा। जैसे हीं फंदा कटा शव सिर के बल जमीन पर आ गिरा और उसके सिर पर चोट आई। इसके बाद ही उसने पुलिस को सूचना दी।
महिला दो बच्चों की मां है। उसका परिवार कालिका पारा डोगरगढ़ में है। वह यहां ब्यूटी पार्लर में काम करती है। मृतक 19 वर्ष का और वहीं सुनिता 40 साल की है। इसके बाद भी दोनों के बीच क्या संबंध था इसका खुलासा नहीं हुआ। महिला कहती है कि मृतक अक्सर उसके घर आता था।
पुलिस के मुताबिक घटना बुधवार की रात 8 बजे से सुबह 6 बजे के बीच की है। शव पूरी तरह अकड़ा चुका था। महिला ने पुलिस को बयान दिया है कि लीलेश्वर जब उसके घर पहुंचा तो नशे की हालत में था। पेशे से वाहन चालक लीलेश्वर और महिला के बीच विवाद हुआ। इस वजह से वह अपने घर में युवक को अकेले छोड़ सोने रेलवे स्टेशन चली गई। वहां मुसाफिर खाना में रात भर सोने के बाद सुबह महिला घर पहुंची तो घटना का खुलासा हुआ।