इस अवसर पर सरयुपारिण ब्राम्ह्ण समाज के प्रभुनाथ मिश्रा ने एक्ट में संशोधन को लेकर वर्तमान सरकार की भूमिका की तुलना पौराणिक ग्रंथ महाभारत के पात्रों से कर जमकर हल्ला बोला। उन्होंने कहा कि पीएम नरेंद्र मोदी और बीजेपी राष्ट्रीय अमित शाह की जोड़ी पहले राम लक्ष्मण की लगती थी किंतु एससी एक्ट के मामले में दुर्योधन और दुशासन की जोड़ी बन गई है। वहीं वित्त मंत्री अरुण जेटली शिखंडी की भूमिका निभा रहे हैं। उन्होंने कहा कि वोट की राजनीति के चक्कर में ब्राम्ह्ण को कमजोर समझने की भूल करना उनके भीतर छिपे परशुराम को ललकारना है। यदि समय रहते इस एक्ट में संशोधन नहीं किया गया तो इसका खामियाजा भुगतना पड़ सकता है।
राष्ट्रीय ब्राह्मण युवजन सभा ने भी राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद के नाम कलक्टर को ज्ञापन सौंपकर एससी, एसटी एक्ट में संशोधन, आर्थिक आधार पर आरक्षण व सवर्ण आयोग का गठन करने की मांग की। ज्ञापन में कहा गया है कि सुप्रीम कोर्ट के आदेश को पलटने से सवर्ण वर्ग में असुरक्षा की भावना व्याप्त हो गई है। ऐसा महसूस हो रहा है कि इस एक्ट का दरूपयोग कर कभी भी सवर्ण समाज के लोगों को झूठे आरोपों में फंसाया जा सकता है। ज्ञापन सौंपने वालों में सभा के प्रदेश अध्यक्ष सोमेश कुमार त्रिवेदी, राकेश शुक्ला, प्रभुनाथ मिश्रा, शारदाचरण पांडेय, आशीष मिश्रा, सुमन पुरोहित, ज्योति शर्मा, अनुराधा राव, रामलखन मिश्रा, अनूप शर्मा, रजनीकांत पांडेय, महेश तिवारी, सरिता शर्मा, इंद्रमणि मिश्रा, केडी पांडेय, संदीप पांडेय, अवधेश दुबे, देवेश मिश्रा समेत समाज के अन्य लोग शामिल थे।
रैली के दौरान पुराना बस स्टैंड दुर्ग के पास संक्षिप्त सभा हुई। सभा को राजपूत क्षत्रिय महासभा के महासचिव अशोक ठाकुर ने संबोधित किया। उन्होंने कहा कि एक्ट से आरक्षित वर्ग का कोई भी व्यक्ति किसी की भी शिकायत करता है, तो पुलिस बिना विवेचना के सीधे तौर पर कार्रवाई कर सकेगी। इस प्रावधान से सवर्णो के विरुद्ध बिना पक्ष सुने कार्रवाई की जा सकेगी। यह अनुचित, अमानवीय व प्रजातांत्रिक व्यवस्था के विरुद्ध है। उच्चतम न्यायालय द्वारा दिए गए व्यवस्था को बदलकर केंद्र सरकार ने बहुमत के दम पर इसे लागू करने पर अमादा है। रैली में राजपूत क्षत्रिय महासभा छत्तीसगढ़ राहटादाह, कान्यकुब्ज सामाजिक चेतना मंच दुर्ग-भिलाई, अग्रवाल समाज, प्रांतीय अखंड ब्राह्मण समाज, सरयूपारीय ब्राह्मण समाज, सर्वभाषी ब्राह्मण समाज, छत्तीसगढ़ सर्व ब्राह्मण युवा मंच के पदाधिकारी व कार्यकर्ता शामिल थे। विरोध प्रदर्शन में सत्येन्द्र राजपूत, राजेन्द्र सिंह, हरणनारायण सिंह, रोहिताश भुवाल, अमित राजपूत, किशोर सिंह बैस भुवाल, विक्की राजपूत, पुरुषोत्तम बघेल, निलेश शर्मा, ज्योति शर्मा, रमेश तिवारी, राहुल पंडित, दीपेश मिश्रा, रिषिकेश गुप्ता, शारदाचरण पांडेय, मनोज मिश्रा, योगेश तिवारी, भारती शर्मा, भावेश शर्मा शामिल थे।