सिर्फ लिखना होगा पेपर का सेट मंडल ने जिस तरीके से आंसरशीट की डिजाइन बदली है। उसमें दसवंी के छात्रों को सिर्फ हस्ताक्षर कर अपने पेपर का सेट ही लिखना होगा। 40 पेज की उत्तर पुस्तिका के उपर 2 पृष्ठ पर ओएमआर शीट लगाई जाएगी। जिसेक तीन भाग होंगे। ए, बी और सी जिसमें पहले से छात्र का नाम, रोल नंबर सहित कई जरूरी जानकारी अंकित की गई होगी। @Patrika.बस इसमें छात्र को यह सावधानी रखनी होगी कि उन्हें अपना पेपर सेट का कोड भरने से पहले अपना नाम, नंबर और अन्य जानकारी अच्छी तरह चेक करनी होगी। ताकि गलती से वे किसी दूसरे बच्चे के उत्तर पुस्तिका में अपना पेपर कोड अंकित ना कर दें।
बदलाव से ज्यादा पारदर्शिता शिक्षा सचिव डॉ वीके गोयल ने बताया है कि इस बदलाव के पीछे सबसे बड़ा कारण परीक्षा और परिणामों में पारदर्शिता लाना है। इससे पहले कई बार बच्चे उत्तर पुस्तिका में गलत नंबर लिख देते थे।@Patrika. जिसकी वजह से रोके गए परीक्षा परिणामों में वृद्धि हो रही थी और मूल्यांकन में उत्तर पुस्तिका की अदला-बदली भी नहीं हो सकेगी। उन्होने बताया कि पहले से छात्रों के नाम अंकित होने की वजह से छात्रों को भी काफी आसानी होगी।
जिले में में 34 हजार तो बालोद में 24 हजार विद्यार्थी
दुर्ग जिले में इस वर्ष बोर्ड परीक्षा में बैठेने वाले छात्रों की संख्या कुल 34 हजार 790 है। इसमें दसवीं बोर्ड में 20 हजार 795 छात्र शामिल होंगे। @Patrika.वहीं बारहवीं में छात्रों की संख्या 13 हजार 995 है। वहीं इस बार जिले में परीक्षा केन्द्रों की संख्या भी बढ़कर 124 हो जाएगी। क्योंकि हाल ही में डीईओ ने 3 नए केन्द्रों को खोलने का प्रस्ताव विभाग को भेजा है। बालोद जिले में 10वीं और 12 वीं बोडऱ् 24 हजार 855 विद्यार्थी शामिल होंगे।