बिजली पोल से हैलोजन व दूसरी लाइट को निकालकर एलइडी लगाया जाना था। नगर निगम ने सिर्फ एलइडी बीएसपी के कर्मियों को थमा दिया। बीएसपी के कर्मचारी इंतजार करते रहे कि निगम की ओर से लाइट के साथ-साथ रेड्यूसर व दूसरे सामान मिलेंगे, जिसके सहारे बिजली पोल में एलइडी को लगाया जाएगा, लेकिन दूसरे सामान निगम ने नहीं दिया, तब काम अटक गया।
नगर निगम की ओर से दिए गए एलइडी को जहां-जहां लगाया गया है। बारिश के बाद से वहां भी आधा से अधिक हिस्सा अंधेरा में डूबा है। स्थानीय लोग बीएसपी से शिकायत कर रहे, वहीं बीएसपी के अधिकारी जिस ठेकेदार ने एलइडी सप्लाइ किया उसे नहीं जानते। जिसके कारण एलइडी को बदला नहीं जा रहा है। इसका असर यह हो रहा है कि बोरिया मार्केट, सेक्टर-6, ७, ८, ९ और १० के कई हिस्ते में शाम के बाद महिलाएं बाहर निकलने से गुरेज करती हैं।
एलइडी के लिए होने वाले ठेका में स्पष्ट रहता है कि एलइडी सप्लाइ करने वाली कंपनी एलइडी में कितने साल की है गारंटी दी है। एलइडी के साथ रेड्यूशर भी देगी या उसे अलग से खरीदना है। एल-1 आने वाली ठेका कंपनी ने किस दर पर एलइडी निगम को दिया है, खराब होने पर किससे संपर्क करना है, जो उसे तुरंत बदल दे। बीएसपी के पास इसका अभाव है, क्योंकि सप्लाइ निगम के ठेकेदार ने किया है। नगर निगम ने करीब ४ करोड़़ का एलइडी खरीदा था, जिसे सामान्य सभा से मंजूरी दी गई थी।
क्या कहना है नेताओं और अफसरों का
नगर पालिक निगम, भिलाई के पार्षद राजेश चौधरी ने बताया कि टाउनशिप के बोरिया मार्केट, सेक्टर-6, 7, 8, 9 और 10 के कई हिस्ते में सड़कों पर शाम होते ही अंधेरा पसर जाता है। इससे लोग परेशान हैं।
नगर पालिक निगम, भिलाई के पार्षद सूर्यकांत सिन्हा ने बताया कि निगम से मिला एलइडी टाउनशिप के खंबों में बंद पड़ा है। ठेका शर्तों के तहत इनको ठेकेदार से बदलवाना है। स्थानीय लोगों से शिकायत मिल रही है।
बीएसपी, इलेक्ट्रिकल डिपार्टमेंट के डीजीएम आरके राणा ने बताया कि नगर पालिक निगम, भिलाई ने नगर सेवाएं विभाग, बीएसपी को एलइडी दिया है, रेड्यूसर मिलने के बाद एलइडी तमाम बिजली पोल में लगा दिया जाएगा।