आरोपी ने मृतक जगतराम उइके से दो साल पहले 1 लाख 50 हजार रुपए कर्ज लिया था। हर महीने 10 फीसदी ब्याज की दर से 12 हजार रुपए चुकाता था। वह मूल से अधिक ब्याज दे चुका था। उसने बताया कि वह डेढ़ लाख कर्ज का 2 लाख 40 हजार रुपए ब्याज दे चुका था। मृतक बीएसपी कर्मी उसे मूलधन की मांग कर रहा था। आरोपी मूलधन चुकाने घटना के दो दिन पहले मृतक जगतराम से मिला था। अपनी पत्नी की 36 ग्राम ज्वेलरी लेकर उसकी दुकान पहुंचा। जहां जगतराम और उसके बेटे के सामने वजन किया, लेकिन उसे ज्वेलरी को वापस कर दिया था। इसके बाद कुछ अनुचित मांग किया। तब वेंकट में अपराध का रास्ता चुना और उसे प्लांट में पैसे देने के बहाने से बुलाकर उसकी हत्या कर दी। पुलिस ने आरोपी जेल भेज दिया है। एएसपी सुरेश धु्रव ने बताया कि बीएसपी में सूदखोरी का धंधा करने की बहुत शिकायत है। कर्ज लेने वाले कुछ लोगों ने सूदखोरों के नाम बताए हैं। जितने लोग यह धंधा करते हैं उससे पूछताछ की जाएगी।