ढलती उम्र में भी अपने संयंत्र में तैयार सामान को दिखाने का जज्बा बीएसपी के आरसीएल में कर्मचारी हाथ में सिल्टर लिए जांच अधिकारी को रेलपांत इस तरह पलटा-पलटा कर चारों ओर से दिखा रहे हैं,जैसे दुकानदार अपनी दुकान की चादर को कभी इस ओर से कभी उस ओर से दिखाता है। राइट्स के अधिकारियों को रेलपांत का एक-एक किनारा दिखा रहे हैं। इसकी कटिंग से लेकर बनावट में किस तरह की फिनिशिंग है। कर्मियों की उम्र बढ़ गई पर जज्बा कम नहीं है। ५० साल पार कर चुके कर्मचारी भी हाथ में शिल्ट लिए इस काम में जुटे हैं।
अकेले कर्मचारी ने पलट दिए 100 रेलपांत बीएसपी के कर्मचारी ने हाथ से ही एक रेलपांत को ४ बार पलट दिया। २५ रेलपांत की जांच करवाने वाले इस कर्मी ने रेलपांत को १०० बार पलटा। इसके बाद भी कर्मचारी के माथे पर शिकन नहीं है। वह पूरे बेड पर एक नजर घुमाने के बाद अधिकारी से रेलपांत की तारीफ करने में जुट गया।
३५० से अधिक रेलपांत का किए इंस्पेक्शन राइट्स के अधिकारियों ने पहले शिफ्ट में सुबह ९ से १.३० बजे के बीच रेलपांत की जांच पूरी की। इस दौरान करीब ३५० से अधिक रेलपांत की उन्होंने इंस्पेक्शन किया है। विभाग के करीब दस कर्मचारी रेलपांत को पलटाने की ड्यूटी कर रहे हैं।
१५६० किलो एक रेलपांत का वजन बीएसपी में अकेले कर्मचारी जिस १३ मीटर का एक रेलपांत सिल्ट से पल्टी कर रहा है, उसका वजह ७८० किलो है। वहीं २६ मीटर की रेलपांत का वजन १५६० किलो होता है। १०० रेलपांत की जांच करवाने के लिए कर्मचारियों ने ४०० बार रेलपांत को पल्टी किया। दोपहर भोजन के बाद फिर वे इस काम में जुट जाएंगे।
आठ बेड बनकर था तैयार इंस्पेक्शन के लिए ८ बेड बनकर तैयार था। एक बेड में करीब ८० रेलपांत रखा जाता है। अधिकारियों ने इस बेड में मौजूद रेलपांत पर चलने के बाद उसकी बारिकी से फिजिकल जांच की। बीच-बीच में कर्मियों से वे बात करते और रेलपांत के दोनों कोने को हाथ से पकड़कर देखते। रेलपांत की उपरी सतह में कितना घुमाव है,यह वे देखने के बाद आगे बढ़े अधिकारियों से चर्चा की।